देहरादून: पहाड़ी संस्कृति का मजाक उड़ाता गीत ‘ठुमका’, निर्माता-निर्देशक पर मुकदमा दर्ज करने की उठी मांग, कई थानों मे तहरीर” नामक शीर्षक से खबर खूब प्रकाशित हुई।
किस प्रकार से इस गाने में भांग, शराब और तमंचे के साथ कई आपत्तिजनक एवं अश्लील दृश्य फिल्माए गए हैं। जिसका की नई युवा पीढ़ी पर गलत असर पड़ रहा है।
विरोध करने पर विवादित गढ़वाली गीत के निर्माता सामने आए और उन्होंने प्रदेश की जनता से माफी मांगी है। सोमवार को इस फूहड़ गीत के निर्माता और कांग्रेस नेता लक्ष्मण नेगी ने मीडिया के सामने आकर इस गीत को लेकर हुए विवाद पर माफी मांगी है। निर्माता लक्ष्मण नेगी ने कहा कि हमारा उद्देश्य गढ़वाली गीतों को बॉलीवुड या भोजपुरी फिल्मों के समकक्ष खड़ा करना था, इस कारण इसमें आधुनिकता को दर्शाया गया है।
साथ ही उन्होंने कहा है कि यदि गाने में दर्शाए गए किसी सीन को लेकर किसी भी व्यक्ति विशेष को आघात पहुंचा है तो उसके लिए वह क्षमा प्रार्थी हैं। जल्द ही गाने से आपत्तिजनक सीन हटा कर उसे दोबारा से फिल्माया जाएगा।
उन्होंने दर्शकों से भी विवाद को आगे न बढ़ाने की अपील भी की है। हालांकि निर्माता द्वारा यह विवादित गीत अभी तक यूट्यूब से डिलीट नहीं किया गया है। पूर्व में भी गीत को लेकर आंदोलनरत उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष (युवा मोर्चा) राजेंद्र बिष्ट ने कहा है कि निर्माता द्वारा केवल जनता से माफी मांगने से काम नहीं चलेगा। उन्होंने अभी तक गीत को यूट्यूब से हटाया नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए साफ कहा है जब तक गाने को डिलीट नहीं किया गया तब तक उत्तराखंड क्रांति दल आंदोलनरत रहेगा और 2 दिन बाद संस्कृति विभाग के बाहर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की रहेगी। वहीं मैत्री संस्था की संस्थापिका कुसुम जोशी ने भी गीत के निर्माता निर्देशक से जल्द गाने को डिलीट न करने की दशा में आंदोलन करने की चेतावनी दी है।