देहरादून। ऐसे समय में जब उत्तराखण्ड के कई प्रमुख अस्पतालों ने गोल्डन कार्ड के अंतर्गत उपचार सेवाएं देना बंद कर दिया है, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने मरीजों को बड़ी राहत दी है। यह अस्पताल गोल्डन कार्ड धारकों के लिए नियमित रूप से उपचार सेवाएं प्रदान कर रहा है और आगे भी जारी रखेगा।
राज्य कर्मचारियों, पेंशनरों और आश्रितों को नहीं होगी परेशानी
उत्तराखण्ड में बड़ी संख्या में राज्य कर्मचारी, पेंशनधारक और उनके आश्रित गोल्डन कार्ड के माध्यम से उपचार कराते हैं। अन्य अस्पतालों द्वारा यह सेवा बंद किए जाने से उनके समक्ष गंभीर संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल एकमात्र ऐसा बड़ा चिकित्सा संस्थान बन गया है, जो इन लाभार्थियों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण से मिला भुगतान का आश्वासन
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय पंडिता ने जानकारी दी कि अस्पताल प्रशासन की राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता हुई है। इसमें जल्द ही अस्पताल को गोल्डन कार्ड के लंबित भुगतान की राशि जारी करने का आश्वासन दिया गया है।
अस्पताल प्रशासन का दृढ़ निश्चय
राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजना के तहत करोड़ों रुपये की बकाया राशि होने के बावजूद श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने जनहित को सर्वोपरि मानते हुए अपनी सेवाएं बाधित नहीं की हैं। अस्पताल प्रशासन को विश्वास है कि भुगतान में देरी हो सकती है, लेकिन अंततः राशि अवश्य प्राप्त होगी।
एकमात्र भरोसेमंद विकल्प बना श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल
शहर में स्थित अनेक बड़े निजी अस्पतालों ने जहां गोल्डन कार्ड पर उपचार से हाथ खींच लिए हैं, वहीं श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल मरीजों के लिए एकमात्र भरोसेमंद विकल्प बनकर उभरा है। प्रशासन का कहना है कि जब तक संभव होगा, अस्पताल गोल्डन कार्ड सेवाएं निर्बाध रूप से प्रदान करता रहेगा।