देहरादून की एक स्थानीय महिला पत्रकार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि 15 जून से आरोपी व्हाट्सएप पर अश्लील वीडियो भेज रहा था। इसके साथ ही 15, 16 और 17 जून को आरोपी ने व्हाट्सएप कॉल पर भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
महिला द्वारा बार-बार विरोध जताने के बावजूद आरोपी की हरकतें नहीं रुकीं। आखिरकार पीड़िता ने चैट के स्क्रीनशॉट और अन्य साक्ष्यों के साथ पटेलनगर कोतवाली में तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
इंस्पेक्टर सीबीएस अधिकारी ने पुष्टि की है कि पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
कांग्रेस ने किया किनारा (Congress’s Stand):
मामला राजनीतिक रंग लेने लगा तो कांग्रेस पार्टी ने जितेन्द्र चौहान उर्फ जित्ती से तुरंत दूरी बना ली।
उत्तराखंड कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने डीजीपी, जिलाधिकारी और एसएसपी को पत्र लिखकर स्पष्ट किया कि आरोपी न तो पार्टी का प्राथमिक सदस्य है और न ही किसी पद पर है।
उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी पहले भी पार्टी कार्यालय में अराजकता फैला चुका है, जिसके चलते उसे पहले ही पार्टी कार्यालय में प्रतिबंधित किया गया था।
धस्माना ने कड़े शब्दों में कहा,
“कांग्रेस पार्टी इस शर्मनाक घटना की घोर निंदा करती है और आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करती है।”
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