डीएम सविन बंसल ने तीन असहाय बेटियों की पढ़ाई के लिए वितरित किए ₹97,955 के चेक
देहरादून, 01 मार्च 2025 (सू.वि.) – मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में संचालित नंदा-सुनंदा योजना बेटियों के लिए संजीवनी बन रही है। निर्धन, असहाय और अनाथ बालिकाओं को शिक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। इस क्रम में शनिवार को जिलाधिकारी सविन बंसल ने तीन जरूरतमंद बालिकाओं की पढ़ाई के लिए ₹97,955 की आर्थिक सहायता प्रदान की।
अब तक 11 बेटियों को शिक्षा का सहारा, इस माह और 20 का होगा चयन
नंदा-सुनंदा परियोजना के तहत अब तक 11 बालिकाओं की शिक्षा दोबारा शुरू करवाई जा चुकी है, और इस माह 20 और बेटियों को योजना से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। डीएम सविन बंसल ने कहा कि आर्थिक तंगी और पारिवारिक परेशानियों के कारण पढ़ाई छोड़ने वाली बेटियों को फिर से मुख्यधारा में लाना प्रशासन की प्राथमिकता है।
बेटियां हैं असली नंदा-सुनंदा, प्रशासन देगा हरसंभव मदद
जिलाधिकारी ने कहा, “गरीब, अनाथ और असहाय बेटियां ही हमारे लिए सच्ची नंदा-सुनंदा हैं। समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाना हमारा कर्तव्य है, और इस योजना में किसी भी प्रकार की फंडिंग की कमी नहीं आने दी जाएगी।”
तीन बेटियों को मिला शिक्षा का संबल
शनिवार को जिलाधिकारी सविन बंसल और मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने संयुक्त रूप से तीन असहाय बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान की:
- अस्मित कौर (कक्षा-4) – ₹12,250 (स्कूलर हेइम विद्यालय, देहरादून)
- त्रिशा कंडारी (कक्षा-7) – ₹63,480 (न्यू दून ब्लोसम स्कूल, देहरादून)
- खुशबू (बीएससी) – ₹22,225 (श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय)
नैनीताल से देहरादून तक बेटियों के सपनों को मिला सहारा
जिलाधिकारी सविन बंसल ने नैनीताल जिले में इस योजना की शुरुआत की थी, जहाँ उन्होंने 60 बालिकाओं को शिक्षा और कौशल विकास का समर्थन देकर स्वावलंबी बनाया। अब देहरादून में भी यह पहल बेटियों के भविष्य की नई उम्मीद बन रही है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, डीपीओ (आईसीडीएस) जितेंद्र कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी पूनम चमोली, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट सहित कई अधिकारी, कर्मचारी और बालिकाओं के परिजन उपस्थित रहे।