सियासत : जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे है वैसे ही अब पार्टियों के अंदर राजनीति घमासान शुरू हो गया है।साथ ही दल-बदल भी शुरू हो गया है।
आपको बता दे कि पार्टी से टिकट न मिलने पर चुरू सांसद राहुल कस्वां ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और सांसद पद से इस्तीफा दे दिया और अब वह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटसरा और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कस्वां को सदस्यता दिलाई।
चुरू सांसद राहुल कस्वां को भारतीय जनता पार्टी की तरफ से टिकट न मिलने के कारण जो विवाद उत्पन्न हुआ था अब उसने एक नया रूप लिया है।
बताया जा रहा है कि चूरू सांसद राहुल कस्वां ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। चूरू सांसद राहुल कस्टमर को राजेंद्र राठौड़ को विधानसभा चुनाव में हारने का दोषी माना गया था।
कहा जा रहा था कि, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के विरोध में काम किया है। इसके बाद पार्टी की 15 लोकसभा प्रत्याशियों की लिस्ट में राहुल का नाम काट दिया गया और उनकी जगह देवेंद्र झाझडिया को टिकट दिया गया।
8 मार्च को भी राहुल ने चूरू में एक सभा को करते हुए नहीं झुकने की बात कही थी। आज सारी बातों को विराम देते हुए राहुल ने आखिरकार कांग्रेस का हाथ थाम लिया।
उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। वहीं राजनीतिक मजबूरी के बारे में कहते हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजेश सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है।
बृजेश सिंह हिसार से बीजेपी सांसद थे। बीजेपी से इस्तीफा की बात उन्होंने सोशल मीडिया पर बताई उन्होंने कहा कि बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
हालांकि उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा कि मैं पार्टी के साथ ही पीएम मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे हिसार के सांसद के रूप में सेवा करने का मौका दिया।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह के बेटे और हिसार से भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव के ठीक पहले बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर पहुंचे।
बताया जा रहा है कि उन्होंने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। हरियाणा के हिसार से भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद आज भाजपा से इस्तीफा दे दिया। आपको बता दे यह कोई पहला मौका नहीं है। जब किसी बीजेपी सांसद ने पार्टी से इस्तीफा दिया है।
इससे पहले भी कई सांसद बीजेपी पार्टी का हाथ छोड़कर जा चुके हैं और उन्होंने इसके बारे में कोई ना कोई राजनीतिक मजबूरी बताई।
वहीं उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने भी बीजेपी का टिकट वापस कर दिया लोकसभा चुनाव की सूची आने के बाद एक के बाद हर कोई अपना टिकट वापस कर रहा है। कई भाजपा सांसदों ने राजनीति से मुक्त करने का आग्रह बीजेपी अध्यक्ष से किया।
बीजेपी ने अपने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी थी जिसमें उपेंद्र सिंह रावत को फिर से बाराबंकी का टिकट मिला था। उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कहा था कि यह वीडियो मेरा नहीं है। यह एक फेक वीडियो है जिसे AI से बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि मैं चुनाव तब तक नहीं लडूंगा जब तक मैं निर्दोष साबित नहीं हो जाता। इससे पहले भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने भी आसनसोल से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था
वर्तमान में टीएमसी नेता शत्रुघ्न सिन्हा आसनसोल से सांसद हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों पहली सूची आने के बाद राजधानी दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट से सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर चुके है।
हर्षवर्धन से पहले पूर्व दिल्ली से बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर और झारखंड के हजारीबाग से सांसद जयंत सिन्हा ने राजनीति से संन्यास लिया।