रिपोर्ट=वैष्णवी भट्ट
यदि आपका खाता भी को-ऑपरेटिव बैंक में तो यह खबर आपके काम की है।
आरबीआई की कार्यवाही का सामना पिछले कुछ सालों से बैंको को करना पढ़ रहा है।और इसका असर तब देखने को मिला जब आरबीआई ने कुछ बैंको के लाइसेंस तक रद्द कर दिए। और ये तो कुछ भी नही है कुछ बड़े बैंको पर तो केंद्रीय बैंक के द्वारा बड़ा जुर्माना भी लगाया गया है।
को- ऑपरेटिव बैंकों को आरबीआई का सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।31 मार्च 2022-23 वित्तीय वर्ष खत्म होने पर आरबीआई की तरफ से 8 को-ऑपरेटिव बैंकों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए है। ठीक से नियमो का पालन ना करने पर बैंको पर 114 बार पेनाल्टी लगाई गई है।
आरबीआई की तरफ से जिन बैंकों का परमिट रद्द किया उनकी सूची इस प्रकार है।
- मुधोल को -ऑपरेटिव बैंक
- मिथल को- ऑपरेटिव बैंक
- श्री आनंद को-ऑपरेटिव बैंक
- डेक्कन अबर्न को -ऑपरेटिव बैंक
- लक्ष्मी को -ऑपरेटिव बैंक
- रूपी को- ऑपरेटिव बैंक
- सेवा विकास को ऑपरेटिव बैंक
- बाबाजी दाते महिला अर्बन बैंक
ऊपर बताए गए नामो का लाइसेंस रद्द आरबीआई के अपर्याप्त पूंजी, बैंकिग रेगुलेशन एक्ट के नियम का पालन ना करने की वजह से किया गया है। साथ ही आगे आने वाले समय में इनकम की संभावनाओं में कमी जैसे कारणों से भी रद्द किए गए।साल 2019-20 में 2 को ऑपरेटिव बैंक 2020-21 में 3 को-ऑपरेटिव बैंक और 2021- 22 में 12 को-ऑपरेटिव बैंकों के लाइसेंस रद्द कर चुका है।