उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की रहने वाली रिमशा अल्वी आज मालीवुड इंडस्ट्री का चमकता नाम बन चुकी हैं। एक छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने कठिन संघर्षों और सीमित संसाधनों के बीच अपने सपनों की उड़ान भरी और मॉलीवुड फिल्मों में अपनी पहचान बनाई। अब उनका अगला लक्ष्य है — बॉलीवुड में अपनी एक अलग जगह बनाना।
संघर्ष से सफलता तक की प्रेरणादायक यात्रा
रिमशा अल्वी का जीवन उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो कठिनाइयों से हार मान लेते हैं। पढ़ाई के साथ-साथ डांसिंग, मॉडलिंग और एक्टिंग की शौकीन रिमशा ने अपने हुनर को मंच दिया और बहुत कम समय में खुद को एक सशक्त कलाकार के रूप में स्थापित किया।
उनकी पहली फिल्म ‘खानदानी बहू’ को दर्शकों ने खूब पसंद किया और फिल्म ने 1.1 मिलियन से अधिक व्यूज बटोर लिए। इसके बाद उनकी दो और बड़ी फिल्में — ‘तक़दीर’ और ‘बटवारा’ भी सुपरहिट रहीं। मालीवुड में कदम रखे हुए रिमशा को अभी महज पांच महीने हुए हैं, लेकिन इतने कम समय में उन्होंने जो सफलता हासिल की है, वह उनके अथक परिश्रम और लगन को दर्शाता है।
डांस, मॉडलिंग और अभिनय में पारंगत
गेटवे इंटरनेशनल स्कूल, बागपत की इंटरमीडिएट छात्रा रिमशा ने कई डांसिंग शो और प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। बिग टैलेंट कॉम्पिटिशन बागपत में उन्होंने डांस और मॉडलिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वैभव सर और शुभम सर के निर्देशन में डांस सीखा। अब वे मुंबई में एक नए डांस शो में हिस्सा लेने जा रही हैं।
मॉलीवुड के साथ अब साउथ मूवी और बॉलीवुड की ओर कदम
रिमशा अल्वी की नई फिल्म में वे मॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता संतराम बंजारा के साथ नजर आएंगी। इस फिल्म में उन्होंने “बन्नो” गाना भी गाया है, जो जल्द ही रिलीज़ होगा। इसके अलावा उन्हें साउथ की एक फिल्म में आइटम सॉन्ग करने का ऑफर मिला है, जिसकी शूटिंग के लिए वे जल्द ही चेन्नई रवाना होंगी।
कॉमेडी से लेकर इमोशनल रोल तक में माहिर
रिमशा की कॉमेडी वीडियो “देहाती आशिकी” और “चोचले गोगो की गर्लफ्रेंड” दर्शकों को खूब हंसाती हैं। वहीं उनकी गंभीर भूमिकाएं भी दर्शकों को भावुक कर जाती हैं। विभिन्न प्रकार के किरदार निभाकर उन्होंने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया है।
रिमशा अल्वी का सपना — बॉलीवुड
रिमशा का कहना है,
“मैं दिन-रात मेहनत कर रही हूं, मेरा सपना है कि मैं एक दिन बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्री बनूं। मैं चाहती हूं कि मेरा काम ही मेरी पहचान बने।”
उनकी कहानी न सिर्फ मनोरंजन जगत की है, बल्कि यह संघर्ष, आत्मबल और सफलता का जीता-जागता उदाहरण भी है।
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