देहरादून। श्री झंडे जी मेले की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। सोमवार को श्री दरबार साहिब, देहरादून में श्री झंडा साहिब की विशेष पूजा-अर्चना व अरदास की गई। इसी क्रम में श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन, गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के नेतृत्व में एक सौ सदस्यीय जत्था अराईयांवाला, हरियाणा के लिए रवाना हुआ। वहां श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ श्री झंडे जी का विधिवत आरोहण किया गया।
श्री झंडे जी का भव्य स्नान और आरोहण
सोमवार सुबह 9 बजे श्री दरबार साहिब से श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ और दोपहर 12:10 बजे अराईयांवाला पहुंचा। श्रद्धा भाव से पुराने श्री झंडे जी को उतारने के बाद उन्हें दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्य से स्नान कराया गया। इसके बाद भक्तों के जयकारों के बीच 60 फीट ऊंचे श्री झंडे जी का भव्य आरोहण हुआ। हजारों श्रद्धालु इस पावन अवसर के साक्षी बने और श्री गुरु राम राय जी महाराज की महिमा का गुणगान करते रहे। इस दौरान भक्तों को प्रसाद व लंगर का वितरण भी किया गया।
पैदल संगत का आगमन और स्वागत की तैयारियां
परंपरा के अनुसार, 8 मार्च को श्री दरबार साहिब के पुजारी श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज का हुक्मनामा लेकर बड़ा गांव, हरियाणा रवाना हुए थे। इसके पश्चात पैदल संगत ने देहरादून की ओर प्रस्थान किया।
- 11 मार्च: संगत का स्वागत एसजीआरआर पब्लिक स्कूल, सहसपुर में किया जाएगा।
- 12 मार्च: पैदल संगत देहरादून पहुंचेगी, जहां कांवली गांव में भव्य स्वागत की तैयारियां की जा रही हैं। इसी दिन शाम को संगत श्री दरबार साहिब पहुंचेगी, जहां श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के आशीर्वाद के साथ भजन-कीर्तन और अरदास का आयोजन होगा।
18 मार्च को पूरब की संगत की विदाई, 19 मार्च को झंडे जी मेले का शुभारंभ
श्री झंडा जी मेला आयोजन समिति के मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल के अनुसार, मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। 15 मार्च से देश-विदेश से संगतों का आगमन बढ़ जाएगा। 18 मार्च को पूरब की संगत की विदाई होगी, और 19 मार्च को श्री झंडे जी के आरोहण के साथ ही मेले का विधिवत शुभारंभ होगा।
हर साल की तरह इस बार भी संगतें उत्साह और श्रद्धा के साथ इस ऐतिहासिक मेले का हिस्सा बनेंगी।