देहरादून: हृदयगति रुकने से हो रही मौतों पर प्रशासन ने उठाए बड़े कदम। कहा कि 50 से अधिक उम्र के श्रद्धालु जांच के बाद ही केदारनाथ जा सकेंगे।
आपको बता दे कि केदारनाथ धाम में हृदयगति रुकने से अब तक दस श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इसी को देखते हुए सोनप्रयाग में ऐसे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।
हृदयगति रुकने से हो रही मौतों को देखते हुए प्रशासन ने यह बड़ा कदम उठाया है।
प्रशासन ने कहा कि अब 50 वर्ष से अधिक उम्र के श्रद्धालु स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही केदारनाथ जा सकेंगे। धाम में हृदयगति रुकने से हो रही मौतों को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। सोनप्रयाग में ऐसे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। शुक्रवार को स्वास्थ्य परीक्षण में चार श्रद्धालु अनफिट मिले, जिन्हें केदारनाथ नहीं जाने दिया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि कई श्रद्धालु बिना गर्म कपड़ों के ही केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं और वहां हाइपोथर्मिया का शिकार हो जा रहे हैं। इसकी मुख्य वजह श्रद्धालुओं को केदारपुरी के मौसम की बारे में सही जानकारी न होना है। इसके अलावा बीमार बुजुर्ग भी केदारनाथ पहुंच रहे हैं, जिनके स्वास्थ्य की जांच जरूरी है।