2.92 लाख का लोन 25 हजार में सेटल
बिना माता-पिता की तीन बहनों पर उनकी दिवंगत मां द्वारा लिया गया लगभग ₹2 लाख 92 हजार का बैंक लोन लंबे समय से संकट बना हुआ था। इस मामले में 13 सितंबर को रुद्रप्रयाग की अदालत में याचना दायर की गई, जिसके बाद बैंक ने राशि को घटाकर केवल ₹25 हजार में सेटल कर दिया। यह राशि जमा कराई जा चुकी है।
सहयोगियों का आभार
त्रिभुवन चौहान ने इस प्रक्रिया में सहयोग देने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बच्चियों के लिए अभी भी पेंशन की लड़ाई जारी है, जिसमें पूर्व सैनिक भी सक्रिय सहयोग कर रहे हैं। उन्हें विश्वास है कि निकट भविष्य में इसमें भी सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
जन आंदोलनों में सक्रिय भूमिका
गौरतलब है कि त्रिभुवन चौहान पूर्व में केदारनाथ विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा वे बेरोजगार युवाओं के मुद्दों और पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को लेकर हुए जन आंदोलनों में भी निर्णायक भूमिका निभा चुके हैं।
सामाजिक सरोकार की मिसाल
यह पहल न केवल अनाथ बच्चियों के जीवन से एक बड़ा बोझ कम करती है, बल्कि समाज में यह संदेश भी देती है कि जनप्रतिनिधि और संगठन यदि ठान लें, तो किसी भी मुश्किल को आसान बनाया जा सकता है।
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