असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन निलंबित
पेपर को हल कर मुख्य आरोपी खालिद मलिक की बहन साबिया तक पहुंचाने के आरोप में टिहरी स्थित अगरोड़ा महाविद्यालय की इतिहास विषय की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को शासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। भले ही उन्हें सरकारी गवाह बनाया गया हो, लेकिन जिस तेजी से उन्होंने महज 10 मिनट में प्रश्नपत्र हल किया, उसने उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
परियोजना निदेशक और सेक्टर मजिस्ट्रेट पर कार्रवाई
हरिद्वार के जिस परीक्षा केंद्र से पेपर लीक हुआ, वहां सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात डीआरडीए (जिला ग्राम्य विकास अभिकरण) के परियोजना निदेशक के.एन. तिवारी को भी निलंबित कर दिया गया है।
पुलिसकर्मी भी सस्पेंड
परीक्षा केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही सामने आने पर एक दरोगा और दो सिपाहियों को एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल ने निलंबित कर दिया है। साथ ही, इस पूरे प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी सीओ रुड़की नरेंद्र पंत को सौंपी गई है।
अभी और भी हो सकती है कार्रवाई
सूत्रों का कहना है कि इस मामले में जिनकी लापरवाही के कारण पेपर बाहर आया, उन पर भी जल्द बड़ी कार्रवाई हो सकती है। शासन की नजर अब उन कर्मचारियों और अधिकारियों पर है जिनकी भूमिका संदेह के घेरे में है।
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