देहरादून:। उत्तराखंड में युवाओं के लिए ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए भी बड़ी उदास करने वाली खबर है। शहरी बेरोजगारी दर के मामले में उत्तराखंड देश में नंबर वन राज्य बन गया है।
केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यकीय कार्यालय (एनएसओ) के शनिवार को जारी ताजा आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण (पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे ) के मुताबिक 2021 की अक्टूबर से दिसंबर में देश में शहरी बेरोजगारी के मामले में 15.5 फीसद की बेरोजगारी दर के साथ उत्तराखंड पहले नंबर पर है। वहीं 15.2 फीसद बेरोजगारी दर के साथ केरल देश में दूसरे नंबर पर है। देश में सबसे कम बेरोजगारी दर गुजरात में 4.5 फीसद आंकी गई है। जम्मू-कश्मीर तीसरे, ओडिसा चौथे व राजस्थान पांचवें स्थान पर है।
इस दौरान उत्तराखंड में पुरुषों में बेरोजगारी दर महिलाओं से कम रही पुरुषों में बेरोजगारी दर जहां 17.1 फीसद थी वहीं महिलाओं में बेरोजगारी दर 20.7 फीसद थी। वैसे तुलनात्मक रूप से देखें तो उत्तराखंड में अक्टूबर-दिसंबर जून 2020 में शहरी बेरोजगारी 11.6 फीसद थी। जनवरी-मार्च 2021 में बढ़कर 14.3 प्रतिशत, फिर अप्रैल-जून 2021 में बढ़कर 17 प्रतिशत और फिर जुलाई-सितंबर 2021 में बढ़कर 17.4 फीसद हो गई।
15 से 29 वर्ष के युवाओं में 32.3 फीसद बेरोजगारी
देहरादून। 15 से 20 वर्ष की आयु वाले जो लोग सबसे ज्यादा काम करने की क्षमता रखते हैं। प्रदेश में उनमें 2021 की अंतिम तिमाही में 32.3 फीसद बेरोजगारी दर रही। इस आयु वर्ग में पुरुषों में जहां बेरोजगारी दर 30.3 फीसद रही वहां महिलाओं में बेरोजगारी दर 38. S फीसद रही।
15 साल व उसके ऊपर वाले वर्ग में भी महिलाओं में ज्यादा बेरोजगारी
देहरादून। 15 साल व उसके ऊपर वाली आयु वर्ग में भी महिलाओं में भयंकर बेरोजगारी है। 2021 को अंतिम तिमाही में महिलाओं में जहां बेरोजगारी दर 20.7 प्रतिशत रही वहीं पुरुषों में केवल 14.2 फीसद रही। इस आयु वर्ग में बेरोजगारी का औसत वैसे 15.5 फीसद ही रहा।
राज्यवार बेरोजगारी दर
उत्तराखंड- 155, केरल- 152, जम्मू-कश्मीर- 14.5, ओडिशा 14.1, राजस्थान-12.2, हरियाणा- 11.5, विहार- 11.1, छत्तीसगढ़ 11.3, हिमाचल-1.0, तमिलनाडु- 10.2, झारखंड- 09.6, मध्य प्रदेश- 09.5, उत्तर प्रदेश- 09.4, दिल्ली 09.1, असम- 09.0, पंजाब- 07.7, तेलंगाना 07.7, आंध्र प्रदेश 07.5, महाराष्ट्र 07.2, पं. बंगाल 06.5, कर्नाटक 05.5, गुजरात 04.5 (भारत- OS.S)