ब्यूरो न्यूज उत्तराखंड ब्रॉडकास्ट
उत्तराखंड राज्य एक व्यापक आंदोलन से मिला राज्य हैं,जिस राज्य को अलग करने वालो की मांग पर्वतीय इलाकों में स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार के साथ यहां रह रहें पहाड़ी समाज समुदाय के हितों को रक्षा करना था,लेकिन यहां के बाशिंदे राज्य बनने के 24 वर्षों बाद भी आज उन्हीं मुद्दो पर लगातार चुनी गई सरकारों के खिलाफ आंदोलन करते हैं हालांकि इसका कोई फरक यहां को सरकारों को अब तक नहीं पड़ा,आरोप लगते रहें हैं की राज्य की सरकारों ने वहीं किया जो दिल्ली से आदेश मिला।
बांग्लादेश में जो इन दिनों घटित हो रहा हैं वह वाकई मानवता के लिए चिंताजनक हैं,हालांकि भारत का विदेश मंत्रालय इस मुद्दे पर गंभीरता ने नजर बनाए हुए हैं,इसी बीच जब इस संदर्भ में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कहा गया की उन्हें रात भर नींद नहीं आई,तो उत्तराखंड मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संस्थापक मोहित डिमरी ने सोसल मीडिया में पोस्ट करते हुए सीएम धामी को घेरा हैं,और सीएम धामी से उत्तराखंड के मुद्दों पर भी जागने को कहा हैं
उन्होंने लिखा….
उत्तराखंड के लिए कब नींद टूटेगी धामी जी ?
बल मुख्यमंत्री धामी जी को बांग्लादेश के कारण नींद नहीं आ रही है। धामी जी रात-रात भर सो नहीं पा रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री जी आपकी नींद तब क्यों नहीं टूटी जब जोशीमठ में हजारों लोग सड़क पर रात गुजारने को मजबूर थे और आज भी जोशीमठ के लोग खौफ के साए में जी रहे हैं। लेकिन सरकार है कि सोई हुई है।
धामी जी आपकी नींद तब क्यों नही टूटी जब अंकिता भंडारी की हत्या हुई और आपकी विधायक सबूत मिटाने जेसीबी लेकर पहुँच गई थी। धामी जी इस बार बूढ़ा केदार, गौरीकुंड के पास भी आपदा आई है जिसमें जानमाल का नुकसान हुआ है और कई लोग अभी भी लापता हैं तो भी आपकी नींद नहीं टूटी।
धामी जी हमारे प्रदेश को खनन माफियाओं, भू माफियाओं ने बर्बाद कर दिया है। युवाओं की नौकरियां बेची जा रही हैं और पेपरलीक हो रहे हैं तो क्या आपको नींद आ रही है ?
राज्य को बने 24 वर्ष हो गए लेकिन आज भी राज्य की जनता अपने मूल अधिकार के मुद्दों मूल निवास 1950, सशक्त भू कानून और गैरसैंण राजधानी के लिए लड़ रही है क्या आपको नींद आ रही है? आपकी पार्टी के सांसद और मंत्री यहां के लोगों का अधिकार छीनकर बंगालियों को यहां आरक्षण देने की वकालत करते हैं, तब आपको कैसे नींद आ जाती है ?
धामी जी एक बार उत्तराखंड के मुद्दों पर अपनी नींद तोड़िए और देखिए राज्य के हालात क्या हैं, कहीं ऐसा ना हो कि आपकी नींद तब टूटे जब कुर्सी सरक जाए।
राज्य की तमाम खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहिए उत्तराखंड ब्रॉडकास्ट से,खबरों के लिए संपर्क करें +917505446477,+919258656798