ग्रामीणों ने अनुसूचित वर्ग के दूल्हे को घोड़ी से उतारा है।आपको बता दे कि थला तड़ियाल गांव में अनुसूचित वर्ग के दूल्हे को घोड़े से उतारे जाने के मामले में राजस्व पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। तहरीर के आधार पर एससी एसटी एक्ट व गाली-गलौज तथा धमकी का केस दर्ज कर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
2 मई को थला तड़ियाल गांव के विक्रम कुमार की शादी थी बारात भूमि देवता मंदिर के समीप से गुजरने पर विवाद हो गया था आरोप है। कि मजबाखली के कुछ लोगों ने अनुसूचित परिवार को जातिसूचक शब्द कहे हैं। और मंदिर के पास दूल्हे को घोड़ी से उतरने को कहा।
आपको बता दे कि सल्ट एसडीएम गौरव पांडे ने बुधवार को राजस्व कर्मियों को क्षेत्र में जांच के लिए भेजा है। वही दूल्हे की पिता की तहरीर पर राजस्व पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। एसडीएम ने कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है। वही तहरीर में 4 महिलाओं और एक पुरुष का नाम दिया गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम प्रधान विजय ध्यानी ने कहा कि ग्रामसभा थला तड़ियाल मोडाली में कुछ बाहरी तत्वों वर्ग भेद करके गांव का माहौल खराब करने पर तुले हैं। गांव के लोगों ने बारात पक्ष वालों से आग्रह कर मंदिर का सम्मान करने की बात कही थी। दुला घोड़े पर ही बैठकर बारात आगे को ले गया मगर ग्रामीणों ने विरोध नहीं किया। बाहरी तत्वों की ओर से लोगों को भड़का कर माहौल खराब किया जा रहा है।
घोड़े से उतरने की है मान्यता।
ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय मान्यता के अनुसार बारातियों और दूल्हे को घोड़े में बैठाकर लोग देवताओं के मंदिर परिसर से गुजरने की सख्त मनाही है। इस परंपरा का पालन सभी वर्गों के लोग करते आ रहे हैं। मान्यता है कि इस परंपरा का पालन नहीं करने पर लोग देवताओं का अपमान होता है।