कांग्रेस पार्टी के आलाकमान ने उत्तराखंड के दिग्गज नेताओं को दरकिनार किया है। राजस्थान में प्रस्तावित कांग्रेस के तीन दिनी चिंतन शिविर में किसानों और कृषि समेत विभिन्न रणनीतिक मामलों के लिए बनाई गई समिति और समन्वय पैनल में उत्तराखंड के नेताओं को प्रतिनिधित्व नहीं मिला।
आपको बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत तक को भी पैनल समिति मे जगह नहीं मिली।
प्रदेश में पांचवीं विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर कांग्रेस हाईकमान की नाराजगी अभी भी बरकरार है। कांग्रेस के प्रदेश
अध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष के पदों पर तमाम अनुमान और बड़े नेताओं की दावेदारी को दरकिनार कर पार्टी पहले ही नए चेहरों पर दांव खेल चुकी है। लंबे समय बाद अब ऐसा भी हुआ कि कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे चिंतन शिविर के विभिन्न महत्वपूर्ण समिति और पैनल पर उत्तराखंड से किसी भी नेता को स्थान नहीं दिया गया।
इसे पार्टी हाईकमान के दिग्गज नेताओं के प्रति बदले रूप के तौर पर देखा जा रहा है दरअसल प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ जब कांग्रेस लगातार दूसरी बार सत्ता की दौड़ से बाहर हो गई।