Uttarakhand New Rule: उत्तराखंड में ये सब हो होगा महंगा।पढ़िए पूरी जानकारी
उत्तराखंड में अप्रैल माह से आम जनता पर महंगाई की मार पड़ने वाली है।
प्रदेश में अप्रैल से पीने का पानी, बिजली और कूड़ा उठान की दरें महँगी होने जा रही है। पीने के पानी में 15 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी की जा रही है। जिससे पहले के मुकाबले अब उपभोक्ताओं का बिल 150 से 200 रुपये अधिक आएगा।
बिजली के दाम
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अप्रैल से बिजली दरों में बढ़ोतरी होने वाली है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के अनुमोदन के बाद वर्तमान दरों में 1.79 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। जबकि, बीते वर्ष की तुलना में बिजली के दाम कुल 9.64 प्रतिशत बढ़ गए हैं। इस बार घरेलू श्रेणी में 3.44 प्रतिशत की भारी वृद्धि की गई है। बीपीएल और स्नोबाउंड उपभोक्ताओं को भी अब 10 पैसे प्रति यूनिट अधिक देने होंगे। नई दरे एक अप्रैल से लागू हो सकती है।
पीने के पानी की दरें
वहीं बताया जा रहा है कि संबंधित विभाग शहरी क्षेत्रों में पानी का बिल हाउस टैक्स के आधार पर तय करता है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में नलों की संख्या के आधार पर बिल तय किया जाता है। जिससे अब उपभोक्ताओं को पहले की अपेक्षा 15 फ़ीसदी तक अधिक बिल देना पड़ेगा। अब अप्रैल से पूरे प्रदेश में पानी का बिल बढ़ जाएगा। जिससे लोगों को 150 से ₹200 तक अधिक चुकाने पड़ेंगे।
टोल टैक्स में वृद्धि
वही अब लच्छीवाला में ज्यादा टोल टैक्स देना होगा लच्छीवाला टोल प्लाजा पर अप्रैल से ज्यादा टैक्स चुकाना होगा। वाहनों की श्रेणी के हिसाब से पांच रुपये से 40 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। मासिक पास भी महंगा हो गया है। टोल महंगा होने से यात्री किराया और माल भाड़ा बढ़ सकता है। देहरादून से हरिद्वार, ऋषिकेश, गढ़वाल के साथ ही कुमाऊं के लिए इसी टोल प्लाजा से गुजरना होता है।
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए यूजर चार्ज
वही अब लोगों को घर से कूड़ा उठवाने के लिए पहले से ज्यादा चार्ज देना होगा । नगर निगम ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए यूजर चार्ज बढ़ा दिया है। नए यूजर चार्ज अप्रैल से लागू होंगे।
ये होंगे नए रेट
- बीपीएल कार्ड धारक मलिन बस्ती और ईडब्ल्यूएस यूजर्स को 1 अप्रैल से ₹30 प्रति महीना देना होगा।
- कम आय वाले घर बीपीएल कार्ड धारक के अलावा अन्य सभी को अब ₹70 प्रति महीना देना होगा।
- सोसाइटी और मल्टी स्टोरी अपार्टमेंट में 40 फ्लैट तक पहले 1200 रुपए और अब दो हजार रुपए, 41 से 100 फ्लैट पर पहले 3800 रुपए और अब पांच हजार, 100 फ्लैट से अधिक पहले 8000 रुपए और अब 10 हजार यूजर चार्ज देना होगा।
- मांस और मछली विक्रेता के लिए 10 किलोग्राम तक पहले 150 रुपए अब 400 रुपए यूजर चार्ज देना होगा। 10 किलोग्राम से अधिक पहले 350 और अब 600 रुपए प्रतिमाह यूजर चार्ज देना होगा।
- रेस्टोरेंटों में छोटे वाले पहले 150 रुपए और अब 300 रुपए यूजर चार्ज। मध्यम रेस्टोरेंट लिए पहले 400 रुपए और अब 600 रुपए, बड़े रेस्टोरेंट के लिए पहले 1000 रुपए और अब दो हजार रुपए प्रति महीने यूजर चार्ज देना होगा।
- होटल, लॉज और गेस्ट हाउस के लिए 20 बेड तक के लिए पहले 100 रुपए अब 1000 रुपए, 21 बेड से 40 बेड तक पहले 200 रुपए और अब 2500 रुपए, 41 बेड से अधिक पहले एक 3000 रुपए और अब पांच हजार, 4 सितारा और पांच सितारा के लिए पहले 6000 रुपए और अब 10 हजार रुपए यूजर चार्ज प्रति महीने देना होगा।
- धर्मशाला के लिए पहले 100 रुपए और अब 200 रुपए यूजर चार्ज प्रतिमाह देना होगा।
- बारात घर के लिए पहले 300 रुपए और अब 1500 रुपए यूजर चार्ज प्रतिमाह लिया जाएगा।छात्रावास सुविधा के लिए स्कूल, शिक्षण संस्थाएं और गैर सरकारी स्कूलों के लिए पहले एक हजार रुपए और अब दो हजार रुपए प्रतिमाह यूजर चार्ज देना होगा।
- बगैर छात्रावास सुविधा वाले स्कूल और शिक्षण संस्थाएं के पहले 100 रुपए और अब 500 रुपए प्रतिमाह यूजर चार्ज देना होगा।
- अस्पताल, नर्सिंग होम और क्लिनिक के लिए 20 बेड तक के लिए पहले 250 रुपए और अब 800 रुपए, 21 बेड से 50 बेड तक पहले 500 रुपए और अब 1500 रुपए, 50 बेड से अधिक के लिए पहले 1500 रुपए और अब पांच हजार रुपए का यूजर चार्ज प्रतिमाह लिया जायेगा।
- दुकानों में मोहल्ले की छोटी दुकान के लिए पहले 50 रुपए और अब 100 रुपए, शोरूम के लिए पहले 150 रुपए और अब 500 रुपए, छोटे मॉल और मेगा स्टोर के लिए पहले 500 रुपए और अब दो हजार रुपए, बहुमंजिले मॉल के लिए पहले एक हजार रुपए और अब 10 हजार रुपए प्रतिमाह यूजर चार्ज लिया जाएगा।
- छोटी फैक्ट्री, वर्कशॉप और कारखाना के लिए पहले 300 रुपए और अब एक हजार रुपए, मध्यम के लिए पहले 500 रुपए और अब दो हजार रुपए, बड़े के लिए पहले एक हजार रुपए और अब पांच हजार रुपए प्रतिमाह यूजर चार्ज देना होगा।
- सार्वजनिक और निजी स्थलों पर सर्कस, प्रदर्शनी, विवाह मेले आदि का आयोजन करने पर पहले एक हजार रुपए और अब दो हजार रुपए प्रतिदिन यूजर चार्ज देना होगा।
- ढहान और निर्माण संबंधी के लिए आधी ट्राली के लिए पहले 500 रुपए और अब एक हजार रुपए, फुल ट्राली के लिए पहले एक हजार रुपए और अब दो हजार रुपए प्रतिमाह यूजर चार्ज देना होगा।