रिपोर्ट : कार्तिक उपाध्याय
अल्मोड़ा स्थित जागेश्वर धाम को जाने वाली सड़क के चौड़ीकरण का प्रस्ताव पारित हुआ है,जागेश्वर धाम की तरफ जाने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए वहां का वातावरण पर्यावरण एवं सड़क के दोनों तरफ लगे बांज और देवदार के पेड़ आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं।
अब धाम को जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण है ऐसे में उक्त सड़क के दोनों तरफ लगे पेड़ों में से लगभग 1000 पेड़ों को काटने के लिए चिन्हित किया गया है।
जिसका स्थानीय विरोध कर रहें है तो वहीं पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले कई युवाओं ने इन पेड़ों को बचाने के लिए आगामी 8 फरवरी यानी महाशिवरात्रि के दिन सभी चिन्हित पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधकर पेड़ों को बचाने के लिए अपील की है।
नैनीताल जनपद के पर्यावरण प्रेमी चंदन सिंह नयाल का कहना है कि “आने वाला समय आने वाली पीढ़ियों के लिए आसान नहीं होगा,जिस प्रकार लगातार प्रकृति का दोहन किया जा रहा है वह चिंता का विषय है प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण संरक्षण एवं पेड़ों को बचाने के लिए प्रयास करना चाहिए उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के दिन सभी युवा जागेश्वर धाम आएं और विभाग द्वारा चिन्हित पेड़ों पर एक रक्षा सूत्र जरूर बांधे”युवा लगातार इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट करने लगे हैं।
हल्द्वानी के युवा समाजसेवी एवं वंदे मातरम ग्रुप के संस्थापक शैलेंद्र सिंह दानू ने कहा कि”पेड़ो को काटकर सड़क का चौड़ीकरण करना विकास नहीं बल्कि विनाश कहलाएगा,भगवान शिव ने दुर्गम स्थानों को तपस्या के लिए चुना,उनके दर्शनों के लिए यदि श्रद्धालु भी थोड़ा कष्ट उठाए तो गलत नहीं होगा,आज भी मंदिर तक गाडियां जाती हैं पेड़ो को नहीं काटा जाना चाहिए,जागेश्वर धाम आस्था का केंद्र हैं वहां पर न सिर्फ़ भगवान शिव के दर्शन होते हैं बल्कि प्रकृति के सौंदर्य को भी महसूस किया जाता हैं,महाशिवरात्रि पर सभी चिन्हित पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधा जायेगा”
युवाओं ने शोशल मीडिया में हैशटैग सेव जागेश्वर ट्री की मुहिम भी शुरू कर दी हैं।
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