Friday, July 4, 2025
  • About
  • Term & Condition
  • Privacy Policy
  • Contact
  • Home
  • Politics
  • Education
  • Health
  • Crime
  • Accident
  • Cricket
  • Jobs
  • More
    • Entertainment
    • Life Style
    • Real State
    • Weather
    • Wealth
No Result
View All Result
  • Home
  • Politics
  • Education
  • Health
  • Crime
  • Accident
  • Cricket
  • Jobs
  • More
    • Entertainment
    • Life Style
    • Real State
    • Weather
    • Wealth
No Result
View All Result
No Result
View All Result

बड़ी खबर : मदरसा बोर्ड को भंग करने की सिफारिश में बढ़ी हलचल

October 18, 2024
in Uttarakhand
बड़ी खबर : मदरसा बोर्ड को भंग करने की सिफारिश में बढ़ी  हलचल
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

You might also like

रेबीज़ से उत्तराखंड पुलिसकर्मी की मौत: एंटी-रेबीज़ वैक्सीन भी नहीं बचा पाई जान, उठे सवाल

उत्तराखंड मॉडल की नई पहचान: धामी सरकार के चार साल पूरे, बने भाजपा के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री

“सत्र नजदीक, मंत्री नदारद! अब किसे मिलेगा विधानसभा में बोलने का हक?”

उत्तराखंड के देहरादून जिले के पहाड़ों की रानी मसूरी में हुआ थूक जिहाद का मामला जोरो सोरों से चर्चाओं में है। इसी बीच राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की ओर से देश के सभी मुख्य सचिवों को एक पत्र भेजा गया है।
आपको बता दे कि इस पत्र में मदरसा बोर्ड को भंग करने की सिफारिश की गई है।थूक मामले में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने अध्यक्ष रहते हुए 10 अक्टूबर को ‘आस्था के संरक्षक या अधिकारों के उत्पीड़क: बच्चों के संवैधानिक अधिकार बनाम मदरसे’ के संबंध में सभी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र भेजा था।
सभी राज्यों के मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र में तात्कालिक राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने सिफारिश की है कि “केवल बोर्ड का गठन करने या यूडीआईएसई कोड लेने का मतलब ये नहीं है कि मदरसे आरटीई अधिनियम, 2009 में दिए गए प्रावधानों का पालन कर रहे हैं. ऐसे में सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मदरसों और मदरसा बोर्डों को राज्य सरकारों की ओर से दिया जाने वाला वित्त पोषण बंद कर दिया जाए, साथ ही मदरसा बोर्डों को बंद कर दिया जाए’
इसके साथ ही पत्र के जरिए ये भी सिफारिश की गई है कि “सभी गैर-मुस्लिम बच्चों को मदरसों से निकालकर आरटीई अधिनियम, 2009 के अनुसार बुनियादी शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूलों में भर्ती कराया जाए. साथ ही, मुस्लिम समुदाय के बच्चे जो मदरसों में पढ़ रहे हैं, चाहे वे मान्यता प्राप्त हों या गैर-मान्यता प्राप्त हों, उन्हें औपचारिक स्कूलों में दाखिला दिलाया जाए. आरटीई अधिनियम, 2009 के अनुसार निर्धारित समय और पाठ्यक्रम की शिक्षा दी जाए”
तत्कालिक राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष की ओर से भेजे गए पत्र के बाद उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग भी इस मामले पर और अधिक गंभीर हो गया है. साथ ही इस मामले को लेकर उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा डॉ गीता खन्ना, आगामी 22 अक्टूबर को शिक्षा विभाग के साथ मदरसा बोर्ड को लेकर बैठक करने जा रही हैं. उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा डॉ गीता खन्ना ने कहा जब उत्तराखंड में अवैध मदरसों के संचालन का मामला सामने आया था, उसे दौरान भी उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की जांच करने की बात कही थी.
गीता खन्ना ने कहा कि, जब अवैध मदरसे के संचालन का मामला सामने आया था तो उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाया था कि उत्तराखंड राज्य में मदरसा बोर्ड होने के बावजूद अधिकतर मदरसे रजिस्टर्ड नहीं थे. ऐसे में जब इस पूरे मामले पर मदरसा बोर्ड से बातचीत की गई तो उन्होंने ये कहा कि वो सिर्फ उन मदरसों के बारे में बातचीत कर सकते हैं जो मदरसे उनसे रजिस्टर्ड हैं. इस मामले पर गीता खन्ना ने शिक्षा विभाग से बातचीत की.
साथ ही गीता खन्ना ने कहा राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की ओर से जो पत्र आया है इस पत्र का रिफरेंस देते हुए वह मुख्य सचिव को पत्र लिखेंगी, ताकि राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की ओर से जो सिफारिश की गई है उसको किस तरह से शासन स्तर से इंप्लीमेंट किया जा सके।
साथ ही उन्होंने कहा कि फॉर्मल एजुकेशन में मदरसे की कोई जरूरत नहीं है. ऐसे में मदरसा बोर्ड का कोई औचित्य ही नहीं रह जाता।
क्या कहते हैं मदरसा बोर्ड अध्यक्ष: उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून काजमी ने कहा कि उत्तराखंड में एक मात्र रुड़की स्थित रहमानिया मदरसा है. जिसको सरकार की ओर से पैसा दिया जाता है. जिसमें कर्मचारियों की सैलरी के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं का खर्च किया जाता है. इस मदरसे में पैसे देने की व्यवस्था उत्तर प्रदेश के समय से चली आ रही है. इसके अलावा मदरसा बोर्ड से जितने भी मदरसे रजिस्टर्ड हैं उनको कोई भी पैसा सैलरी इत्यादि के लिए नहीं दी जाती है
कंप्यूटर, फर्नीचर, लैब समेत अन्य चीजों की व्यवस्थाएं सरकार से उपलब्ध कराई जाती हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मदरसों को आधुनिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है. जिसका ही एक हिस्सा एनसीईआरटी की पुस्तकें हैं. लिहाजा मदरसों में सिर्फ दीनी तालीम नहीं दी जा रही है. यहां एनसीईआरटी की पुस्तक भी पढ़ाई जा रही हैं. ऐसे में कहीं भी मदरसा बोर्ड भंग नहीं होगा।

Previous Post

बिग ब्रेकिंग : डीएम ने एसएसपी संग लाइब्रेरी चौक से पिक्चर पैलेस तक पैदल चलकर देखी यातायात व्यवस्था।

Next Post

गुड न्यूज : डीएम ने उप जिला चिकित्सालय को10 लाख कीमत की एनेस्थीसिया ट्राली की मौके पर ही दी क्रय करने की स्वीकृति

Related Posts

ट्रेन में मिला शव: 108 किलोमीटर तक सफर करता रहा, नहीं हुई कोई जांच
Uttarakhand

रेबीज़ से उत्तराखंड पुलिसकर्मी की मौत: एंटी-रेबीज़ वैक्सीन भी नहीं बचा पाई जान, उठे सवाल

by Seemaukb
July 4, 2025
उत्तराखंड के युवाओं से ठगी करने वाली संस्था ‘सिडको’ पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, खातों को किया गया फ्रीज़
Politics

उत्तराखंड मॉडल की नई पहचान: धामी सरकार के चार साल पूरे, बने भाजपा के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री

by Seemaukb
July 4, 2025
Next Post
बड़ी खबर : शहर की स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने के लिए डीएम का मास्टर स्ट्रोक, क्रियान्वित

गुड न्यूज : डीएम ने उप जिला चिकित्सालय को10 लाख कीमत की एनेस्थीसिया ट्राली की मौके पर ही दी क्रय करने की स्वीकृति

Discussion about this post

Categories

  • Accident
  • Cricket
  • Crime
  • Education
  • Entertainment
  • Health
  • Jobs
  • Life Style
  • Politics
  • Real State
  • Uncategorized
  • Uttarakhand
  • Wealth
  • Weather

Recommended

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में फिटल इमेजिंग पर एक दिवसीय सी.एम.ई. का सफल आयोजन

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में फिटल इमेजिंग पर एक दिवसीय सी.एम.ई. का सफल आयोजन

April 27, 2025
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने किया अलायम आवासीय परियोजना का निरीक्षण

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने किया अलायम आवासीय परियोजना का निरीक्षण

November 29, 2024

Don't miss it

पंचायत चुनाव 2025: इस बार की गलती पड़ सकती है भारी – जानिए नए नियम और फायदे
Politics

देहरादून में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया तेज़, अब तक 1068 नामांकन दाखिल

July 4, 2025
डायबिटीज को कंट्रोल में कैसे रखें? एक्सपर्ट्स की बेस्ट टिप्स जो जीवन बदल दें
Health

डायबिटीज को कंट्रोल में कैसे रखें? एक्सपर्ट्स की बेस्ट टिप्स जो जीवन बदल दें

July 4, 2025
खुलासा: पौड़ी जिला पंचायत में सफाई टेंडर के नाम पर 75 लाख का घोटाला, उपनल कर्मी की पत्नी के खाते में गई रकम
Crime

खुलासा: पौड़ी जिला पंचायत में सफाई टेंडर के नाम पर 75 लाख का घोटाला, उपनल कर्मी की पत्नी के खाते में गई रकम

July 4, 2025
ट्रेन में मिला शव: 108 किलोमीटर तक सफर करता रहा, नहीं हुई कोई जांच
Uttarakhand

रेबीज़ से उत्तराखंड पुलिसकर्मी की मौत: एंटी-रेबीज़ वैक्सीन भी नहीं बचा पाई जान, उठे सवाल

July 4, 2025
उत्तराखंड के युवाओं से ठगी करने वाली संस्था ‘सिडको’ पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, खातों को किया गया फ्रीज़
Politics

उत्तराखंड मॉडल की नई पहचान: धामी सरकार के चार साल पूरे, बने भाजपा के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री

July 4, 2025
 “सुबह जल्दी उठने वाले लोग क्यों रहते हैं ज्यादा सक्सेसफुल? जानिए साइंस और सफलता का कनेक्शन”
Life Style

 “सुबह जल्दी उठने वाले लोग क्यों रहते हैं ज्यादा सक्सेसफुल? जानिए साइंस और सफलता का कनेक्शन”

July 4, 2025
Uttarakhand Broadcast

Recent Posts

  • देहरादून में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया तेज़, अब तक 1068 नामांकन दाखिल
  • डायबिटीज को कंट्रोल में कैसे रखें? एक्सपर्ट्स की बेस्ट टिप्स जो जीवन बदल दें
  • खुलासा: पौड़ी जिला पंचायत में सफाई टेंडर के नाम पर 75 लाख का घोटाला, उपनल कर्मी की पत्नी के खाते में गई रकम

Browse by categories

  • Accident
  • Cricket
  • Crime
  • Education
  • Entertainment
  • Health
  • Jobs
  • Life Style
  • Politics
  • Real State
  • Uncategorized
  • Uttarakhand
  • Wealth
  • Weather

Recent News

पंचायत चुनाव 2025: इस बार की गलती पड़ सकती है भारी – जानिए नए नियम और फायदे

देहरादून में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया तेज़, अब तक 1068 नामांकन दाखिल

July 4, 2025
डायबिटीज को कंट्रोल में कैसे रखें? एक्सपर्ट्स की बेस्ट टिप्स जो जीवन बदल दें

डायबिटीज को कंट्रोल में कैसे रखें? एक्सपर्ट्स की बेस्ट टिप्स जो जीवन बदल दें

July 4, 2025

© 2022 - all right reserved for uttarakhand broadcast designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • Politics
  • Education
  • Health
  • Crime
  • Accident
  • Cricket
  • Jobs
  • More
    • Entertainment
    • Life Style
    • Real State
    • Weather

© 2022 - all right reserved for uttarakhand broadcast designed by Ashwani Rajput.