जनसाधारण को मातावाला बाग की वास्तविक स्थिति की जानकारी देने और पेड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक सूचना बोर्ड लगाया गया है। इस बोर्ड में बाग में मौजूद पेड़ों की क्रमबद्ध संख्या अंकित की गई है, ताकि आम जनता, शासन-प्रशासन, पुलिस और वन विभाग को पारदर्शी रूप से यह ज्ञात हो सके कि सभी पेड़ सुरक्षित हैं और किसी प्रकार का अवैध कटान नहीं किया गया है।
यह पहल श्री दरबार साहिब प्रबंधन द्वारा की गई, जब विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा बाग में सफाई अभियान चलाया गया और वहां से शराब की बोतलें व नशीले पदार्थों के अवशेष मिले। इससे यह स्पष्ट हुआ कि बाग में कुछ असामाजिक तत्व अवैध गतिविधियों में लिप्त थे।
श्री दरबार साहिब के नवनियुक्त प्रबंधक श्री मधुसूदन सेमवाल, जो कि CBI और NSA के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, ने बाग की व्यवस्था सुधारने और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने की जिम्मेदारी ली। उनके निर्देशन में नशे से जुड़ी गतिविधियों को समाप्त करने हेतु प्रभावी कदम उठाए गए।
कुछ व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई के विरुद्ध भ्रामक प्रचार किया गया। मंदिर व अखाड़ा तोड़े जाने जैसे झूठे आरोप लगाकर जनभावनाओं को भड़काने का प्रयास किया गया। किंतु वास्तविकता यह है कि श्री दरबार साहिब ने कुश्ती खिलाड़ियों के लिए मथुरावाला में एक नई जगह शर्तों के साथ अखाड़े के संचालन हेतु प्रस्तावित की है।
पूर्व अखाड़ा प्रमुख श्री पवन शर्मा, जो कि वर्ष 1995 से अखाड़े से जुड़े रहे और द्रोणाचार्य लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं, ने कोविड काल के बाद स्वास्थ्य कारणों से सेवा से निवृत्ति ले ली थी। इसके पश्चात कुछ असामाजिक तत्वों ने अखाड़े पर अनधिकृत कब्जा कर बाग में स्थायी पार्किंग बनाकर नशीली वस्तुएं संग्रहित करनी शुरू कर दी थीं।
श्री दरबार साहिब प्रबंधन द्वारा अब बाग की पूरी निगरानी की जा रही है और हर कदम पर प्रशासन को अवगत करवाया जा रहा है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।