कंपनी के दो हाई-प्रोफाइल रियल एस्टेट शेयरों में करोड़ों की हिस्सेदारी वाले बिल्डर शाश्वत गर्ग और उनके पति साक्षी गर्ग के कानून का लगातार खर्चा जारी है। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी विजय शंकर पेंडेल ने दोनों के पासपोर्ट पासपोर्ट प्रभाव को बंद कर दिया है, जिससे उनकी विदेश यात्रा अब लगभग समाप्त हो चुकी है।
किशोरी की छात्रा के बाद अंतिम कार्रवाई
‘आर्केडिया हिलाक्स’ (मसूरी रोड) और ‘इंपीरियल वैली’ (थानो) में ऑर्केस्ट्रा द्वारा बनाए गए स्पीकर ने मामले को नई दिशा दी। एक्जाम ने आरोप लगाया कि बिल्डर बिल्डर्स ने रहवासी और प्लॉटेड डॉक्यूमेंट्री प्रोजेक्ट्स के नाम पर करोड़ों रुपये वसूले , लेकिन प्रोजेक्ट ने तो आगे बढ़ाया और न ही कोई ऑफर दिया।
पासपोर्ट कार्यालय ने साक्षी और साक्षी को दो बार नोटिस भेजा, लेकिन दोनों ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया और अपनी स्थिति भी नहीं बताई। आख़िरकार, सार्वजनिक हित और मामले के नामांकित व्यक्ति को देखते ही उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया।
17 अक्टूबर को पूरा परिवार लापता, फ़ोन बंद – कोई विज्ञापन नहीं
शाश्वत गर्ग, पत्नी साक्षी, बेटा रिदवान, पिता गर्ग और मां अंजलि 17 अक्टूबर से गुमनाम हो रहे हैं। आखिरी बार परिवार को अविनाश में शाश्वत के साले के घर में देखा गया था। इसके बाद सभी के मोबाइल फोन बंद हो गए।
वयोवृद्ध – आर्किटमैन शर्मा, रितीस धीमेन, रोहित कोल्हू और नीरज कुमार – लापता होने के तुरंत बाद पासपोर्ट कार्यालय में नामांकन दर्ज किए गए। वहीं आर्केडिया हिलाक्स के 12 और साथियों ने भी एक्शन की मांग की।
पुलिस एफआईआर और रेरा की रोक: मामला बना आर्थिक अपराध
आर्केडिया हिलाक्स में 21 से अधिक फ्लैटों के टुकड़ों की पुष्टि के बाद पुलिस ने शाश्वत गर्ग, परिवार के सदस्यों और उनके कुछ सहयोगियों पर एफआईआर दर्ज की है।
रेरा ने एक निवेशक की याचिका पर इंपीरियल वैली प्रोजेक्ट में प्रोक्योरमेंट-फरोख्त पर रोक लगा दी, जिससे बिल्डर ने प्रॉजेक्ट और बढ़ोतरी कर दी।
मुंबई से नेपाल यात्रा के संकेत: रॉयल नेपाल एयरलाइंस की फ्लाइट में यात्रा दर्ज की गई है
जांच में सामने आया कि 22 अक्टूबर को शाश्वत और साक्षी ने रॉयल नेपाल एयरलाइंस (आरए-202) की उड़ान से मुंबई से काठमांडू की यात्रा की।
यू-टर्न वाली बात ये है कि:
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उनकी एनओसी होल्ड पर है
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नेपाल से किसी तीसरे देश में जाने के लिए भारत से अनापत्ति प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है
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ऐसे में किसी अन्य देश में दावे की संभावना लगभग खत्म हो चुकी है
उनके नेपाल में ही अल्पसंख्यक होने की संभावना बनी रहती है।
काठमांडू के प्रस्तावक तक, निवेशक खुद नेपाल क्षेत्र
कई किशोरों ने अपने स्तर पर भी शाश्वत गर्ग की खोज शुरू की।
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काठमांडू के विभिन्न फाइव-स्टार सेलेक्ट में फोन किए गए
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मैरियट होटल में कॉल ट्रांसफर होने के संकेत मिले, लेकिन कमरे से कोई जवाब नहीं मिला
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इसके बाद कुछ व्यापारी नेपाल क्षेत्रीय और स्थानीय पुलिस की मदद से थोक में खरीदा गया
मगर अभी तक शाश्वत और उनके परिवार का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला।
कानून का घेरा हुआ तंग, जल्द ही मिल सकता है अपराधी
पासपोर्ट पासपोर्ट, एफआईआर, रेरा की रोक और सीमा—चारों तरफ कानूनी घेरा बन गया है।
विपक्ष को उम्मीद है कि जल्द ही जांच में इस मामले का पूरा सच सामने आ जाएगा और उसकी करोड़ों की संपत्ति की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
यह मामला अब केवल रियल एस्टेट फ़्रॉड नहीं, बल्कि आर्थिक अपराध, मनी लॉन्ड्रिंग और सहयोगी बॅजी का गंभीर उदाहरण उभर रहा है।
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