महिला प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक की चयन प्रकिया व साक्षात्कार आगामी 27 जून 2023, को वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी (UTU, Dehradun), देहरादून, में होना सुनिश्चित हुआ हैं।
सूत्रों से ज्ञात हुआ जिसमें 15 कैंडिडेट्स ने आवेदन किया गया था ।
Dr R P S Gangwar
Dr H S Bhaudaria
Dr Satyendra Singh
Dr Manoj kr Panda
Dr K K S Mer
Dr A K Gautam
Dr S K Goel
Dr Rajiv kr Upadhyay
Dr Amit Agarwal
Dr Sandeep Vijay
Dr Sanjay Gairola
Dr Shashi Bhushan Prasad
Dr Shailendra Singh
Dr Rajesh Kumar
Dr Hardwari Lal Bhadauriya
उक्त में से 14 कैंडिडेट्स को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया गया हैं।
महिला प्रौद्योगिकी संस्थान के नियमावली (By Laws) एवं उत्तराखंड शासन के पत्रांक संख्या -482/XLI-A/2021-74/147, दिनाँक 16 अप्रैल 2021, में साफ लिखा हैं, निदेशक की सीधी भर्ती व नियुक्ति में अनिवार्य अर्हताए में आयु सीमा – आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि से आयु 57 वर्ष से कम हो या राज्य सरकार के नियमों के अनुसार।
उसके बाद भी जिन कैंडिडेट की आयु 60 वर्ष से ज़्यादा हो चुकी हैं उनको भी साक्षात्कार के लिए आवेदन भेजा गया हैं।
उनमें प्रमुख हैं “महिला प्रौद्योगिकी संस्थान” के पूर्व प्रभारी निदेशक डॉ राकेश पाल सिंह गंगवार (Dr. R. P. S. Gangwar)। जिनकी 9 जुलाई 2022 को ही 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके थे, फिर उनको नियम की धज्जियाँ उड़ाकर साक्षात्कार के लिए बुलाया गया हैं साथ ही उनके 9 जुलाई 2022, को 60 वर्ष पुरे होने पर भी “महिला प्रौद्योगिकी संस्थान” से उनको वेतन दिया जाता रहा हैं जो की नियम के विरुद्ध हैं ।
ऐसे में चयन प्रक्रिया में सवाल उठते हैं की किस अधिकारी के कहने व निर्देश पर पूर्व प्रभारी निदेशक Dr. R. P. S. Gangwar को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया हैं। जो की “महिला प्रौद्योगिकी संस्थान” के नियमावली व उत्तराखंड उत्तराखंड शासन के पत्रांक संख्या -482/XLI-A 2021-74/17, दिनाँक 16 अप्रैल 2021, का घोर उल्लंघ्न हैं।
महिला प्रौद्योगिकी संस्थान के पूर्व प्रभारी निदेशक डॉ Dr. R. P. S. गंगवार का पिछले 3.5 वर्षो का कार्यकाल भी विवादों में रहा हैं। उनकी आयु उत्तराखंड शासन पत्र संख्या 513/XLI-A/ 2023-34/2021(ई -15865) दिनाँक: 3 मई 2022, के अनुसार 9 जुलाई 2022, को 60 वर्ष की आयु होने के पश्चात पर भी Dr. R. P. S. गंगवार का वेतन अपने मूल संस्थान “गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर” से न लेकर “महिला प्रौद्योगिकी संस्थान” से न जाने किस अधिकारी के निर्देश से संस्थान से दिया जा रहा था जो नियम के विरुद्ध था। सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ हैं की इसी के चलते Dr. R. P. S. गंगवार का पिछले 2 माह का वेतन रोका गया हैं एवं HRA जो की लगभग 1.5 लाख रुपयें संस्थान के अकाउंट से निकाल चुके थे, इनके आकउंट से वापिस संस्थान के अकाउंट में जमा कराया गया हैं, और संस्थान के वाहन का भी पैसा नहीं जमा कराया गया हैं।
इसी सब के चलते महिला प्रौद्योगिकी संस्थान से Dr. R. P. S. गंगवार को कार्यमुक्त किया गया हैं, और में नये प्रभारी निदेशक की नियुक्ति प्रदान की गई हैं। जब इस मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति ओंकार सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह अभी नए आए हैं इसलिए पुराना मामला होने के चलते उनके संज्ञान में नहीं है किसी भी हालत में कोई भी गलत नियुक्ति नहीं की जाएगी डॉ आर पी एस गंगवार से बात करने पर उन्होंने कहा कि नियम कायदा कुछ भी कहता हूं लेकिन आवेदन कर तो कोई भी कर सकता है यह नियुक्ति करने वाले को देखना है कि आवेदन सही है या गलत इसलिए यह उनकी जिम्मेदारी है आप देखने वाली बात यह होगी जी नियम कायदे की बिक्री डॉक्टर गंगवार को साक्षात्कार के लिए बुलाने वालों की मंशा क्या है यह तो नियुक्ति होने के बाद ही पता चल पाएगी बहाल गंगवार को साक्षात्कार के लिए नियम विरुद्ध बुलाने से शिक्षा जगत में चर्चाओं का बाजार गर्म है।