पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को मिलेगी नागरिकता
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू होने के बाद पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता देने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
आपको बता दे कि वर्ष 2000 में पाकिस्तान से आकर फतेहाबाद में बसे 30 हिंदुओं को 21 मई के बाद भारतीय नागरिकता संबंधी प्रक्रिया सिरे चढ़ जाएगी। वीरवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने फतेहाबाद के डाकघर में पाकिस्तान से आए 15 हिंदुओं के दस्तावेजों का सत्यापन किया। इनमें पाकिस्तान में 1988 में सांसद रहे डिवाया राम और उनके परिवार के लोग भी शामिल रहे। नागरिकता के लिए आवेदन करने वाले बाकी 15 लोगों का दस्तावेज सत्यापन 21 मई को होगा।
रतिया क्षेत्र के गांव रतनगढ़ में रहने वाले पाकिस्तान के पूर्व सांसद डिवाया राम ने बताया कि उनका परिवार वर्ष 2000 में टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान से भारत आया था। वीजा अवधि खत्म होने के बाद परिवार पाकिस्तान वापस नहीं गया। परिवार पहले रोहतक जिले के मदीना क्षेत्र में रहा। साल 2006 में वे लोग फतेहाबाद जिले के रतनगढ़ आकर बस गए। डिवाया राम के अनुसार वे बेनजीर भुट्टो के शासनकाल में पाकिस्तान में सांसद रहे थे।