रिपोर्टर: आरती वर्मा
डोईवाला: आज हम शिक्षा के चकाचौंध में बड़े शैक्षिक आंकड़ों को छू रहे हैं। सामाजिक कल्याण के तहत् बड़े बड़े कार्य कर रहे हैं। नशा मुक्ति के भी बड़े बड़े अभियान चल रहें। वह सामाजिक संगठनों के हो या पुलिस हो
डोईवाला पुलिस भी नशे के खिलाफ सक्रिय है और पूर्ण रूप से कोशिश में लगी है की नशा डोईवाला मैं बंद हो जाए ना जाने रोज पुलिस द्वारा कितने नशा बेचने वाले पकड़े जाते हैं लेकिन फिर भी बेखौफ नशा बेचने वाले कहीं ना कहीं से छुप छुपा कर हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खेल रहे हैं।
पुलिस प्रशासन के साथ-साथ माता-पिता की भी जिम्मेदारी बनती है क्षेत्रवासियों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी आवाज नशे के खिलाफ उठाएं ताकि बच्चों का भविष्य सुधर सके पुलिस प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए नशे के खिलाफ डोईवाला में अभियान चला रही है लेकिन जब तक जनता खुद जागरूक नहीं होगी अपनी आवाज बुलंद नहीं करेगी और खुद नशा बेचने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करवाएगी तब तक हमारा भविष्य नहीं सुधर सकता है।
इस प्रकार की गतिविधियां हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार की तरफ लिजा रही है।
इस सब पर यह तेरह साल का बच्चा बट्टा लगा रहा है।।
डोईवाला सॉन्ग नदी के पास एक मैदान में पुलिया के नीचे महज 13 साल का बच्चा नशा करते हुए नजर आया माता-पिता की बड़ी लापरवाही देखने को मिली आज के दौर में जहां कुछ बच्चे अपना फ्यूचर सिक्योर करने के लिए पढ़ाई लिखाई की ओर ध्यान दे रहे हैं वही कुछ बच्चे नशे में अपना भविष्य झोंक रहे हैं पढ़ाई लिखाई करने की उम्र में नशे पत्ती की लत में वह इतने लीन हैं उनको अपना अच्छा बुरा अपना भविष्य नहीं नजर आ रहा है कहीं ना कहीं जनता को जागरूक होने की जरूरत है और माता पिता को अपने बच्चों की और ध्यान देने कि।