खनन माफिया पर मेहरबान एसडीएम और उनके मातहत। शिकायत कर्ता प्रधान को किया ब्लाक
वेतन सरकार से चाकरी खनन माफिया की।
माफिया की शिकायत करने प्रधान को एसडीएम ने किया ब्लॉक।माफिया को एसडीएम का संरक्षण ।
बेतालघाट का शासन-प्रशासन खनन माफिया की ताल ता थैय्या कर रहा है।
पिछले दिनों बेतालघाट के ग्राम प्रधान भुवन सिंह द्वारा अवैध खनन की शिकायत की गई तो स्थानीय उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा ने उन्हें ब्लॉक कर दिया। जब उन्होंने एसडीएम साहब का कारनामा फेसबुक पर डाला तो तब जाकर फिर एसडीएम वर्मा ने फिर से उनको अनब्लॉक कर दिया।
हैरानी की बात यह है कि यह प्रकरण पूरे कुमाऊं में चर्चा का विषय है लेकिन शासन प्रशासन अथवा कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस पर आंख कान खोलने को तैयार नहीं है।
गौरतलब है कि पर्वतजन भी इस पर पहले खबर प्रकाशित कर चुका है और स्थानीय खनन अधिकारी और तहसीलदार को भी इस बारे में बता चुके हैं।
उप जिला अधिकारी परितोष वर्मा फोन नहीं उठाते और न कालबैक करते हैं।
लेकिन अखबारों में उन्होंने यह बयान जरूर दे दिया कि बेतालघाट में अवैध खनन नहीं हो रहा।
जबकि स्थानीय ग्राम प्रधान आए दिन अवैध खनन की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं।
खनन माफिया के संरक्षण में स्थानीय प्रशासन की पैरोकारी आश्चर्यजनक है।
यहां तक कि जब उच्चाधिकारियों को अवैध खनन की शिकायत की गई तो स्थानीय पटवारी ने प्रधान के पिता को फोन करके अवैध खनन की शिकायत न करने का दबाव बनाने का प्रयास भी किया।
स्थानीय व जिले के अधिकारियों का रवैया बता रहा है कि वे अवैध खनन रोकने के बजाय खनन माफिया के सरक्षण में खड़े हैं।
भूतत्व खनन टीम हल्द्वानी से जब बेतालघाट गई तो प्रधान ने बताया कि खनन लोडिंग गाड़ी सडक में बिना रायल्टी की आ रही थी।
रिवर ट्रेंनिंग पट्टो में अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि ना ही इन खनन पट्टो में कांटे का प्रावधान है ना ही सीसीटीवी का तो ऐसे में सवाल उठता है कि जो भी मैटीरियल कोशी नदी से उठ कर क्रेशरों में जा रहा है उनकी ना तो रायल्टी कट रही है ना ही वजन किया जा रहा है।
ऐसे में पूर्ण रुप से अवैध खनन होना स्वभाविक है। प्रधान ने आरोप लगाया है कि खैरना गरमपानी में विगत वर्ष 2022-23में जो रिवर ट्रेडिंग पट्टे हुए थे, उनकी रायल्टियां बेच दी गई।
ऐसे में राजस्व को भारी नुकशान व माफियों व अधिकारियों को मोटा मुनाफा हुआ है इस लिए अधिकारी भी ऐसे मुनाफों के चलते इन माफियो पर हाथ डालते डरते हैं।
प्रधान ने बताया कि स्थानीय प्रतिनिधि के बेटे की पूर्ण सहभागिता रिवर ट्रेनिग में है, जिसके चलते क्षेत्रीय प्रतिनिधि होने के चलते उनके बेटे को खनन करने व करवाने में आसानी हो रही है और अधिकारी निरंकुश दिख रहे हैं।
प्रधान ने कहा कि चार दिन पहले खनन टीम द्वारा एक गाड़ी को काटे में तोला गया जी वजन 23 टन आया जो पूर्ण रूप से ओवर लोडिंग गाड़ी है ऐसे में प्रशासन व शासन का ध्यान केंद्रित करते हुए प्रधान ने कहा कि यहां के उपजिलाधिकारी न्यूज़ में बयान करते है कि कोई अवैध खनन नही हो रहा है।
प्रधान ने साफ कहा है अधिकारियों नेताओं व माफियों का गठजोड़ बेहद मजबूत होने के चलते अवैध खनन पर कोई कार्यवाही नही हो रही है।
प्रधान ने मांग की है कि खनन पट्टों व रिवर ट्रेनिंग के पट्टों व आस पास के दो किलोमीटर की निगरानी खनन से पहले ड्रोन से की जाए, ताकि अवैध खनन माफिया को पकड़ा जा सके। परंतु उपजिलाधिकारी व खनन विभाग इस पर भी टाल मटोली करता दिख रहा है।