मेनका गांधी ने उठाई बड़ी मांग
मेनका गांधी ने पत्र में कहा कि वे पिछले कई दिनों से डीएफओ हरिद्वार को इस अवैध विष केंद्र की जानकारी देती रही हैं, लेकिन उन्होंने कार्रवाई करने के बजाय मामले को टालने की कोशिश की।
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मुख्य सचिव को भेजे पत्र में मेनका गांधी ने हरिद्वार के डीएफओ और एसडीओ को तत्काल निलंबित करने की मांग की।
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साथ ही दोनों अधिकारियों की संपत्ति की जांच करने का भी आग्रह किया।
उनका आरोप है कि “वन विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई से बचने के लिए जिम्मेदारी एक-दूसरे पर टाल दी और अंततः आरोपी को छापे की जानकारी पहले ही दे दी गई।”
मुख्य सचिव ने दिए सख्त निर्देश
पत्र सामने आने के बाद मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कहा कि इस मामले में संबंधित विभाग के प्रमुख सचिव को आवश्यक और ठोस कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
छापेमारी में मिला जहर का साम्राज्य
दिल्ली से आई पीपुल्स फॉर एनिमल की टीम ने हरिद्वार जिले के रुड़की क्षेत्र के खंजरपुर गांव के जंगल में स्थित वेनम सेंटर पर छापा मारा।
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छापेमारी में 70 कोबरा और 16 रसल वाइपर सांप बरामद हुए।
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हालांकि, केंद्र का संचालक मौके से फरार हो गया और सिर्फ केयर टेकर ही मिला।
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सबसे अहम बात यह रही कि सांप का जहर मौके पर नहीं मिला।
वन विभाग पर उठे सवाल
इस पूरे मामले ने वन विभाग को कठघरे में खड़ा कर दिया है। आरोप है कि छापेमारी से पहले ही आरोपी को जानकारी दे दी गई, जिसकी वजह से वह फरार हो गया और जहर भी सुरक्षित नहीं मिला। अब मेनका गांधी के पत्र के बाद सरकार पर दबाव बढ़ गया है कि दोषी अफसरों पर कड़ी कार्रवाई हो।
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