डीएम सविन बंसल की पहल
जिलाधिकारी सविन बंसल की पहल पर इस केंद्र की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों को एक प्लेटफार्म पर एकीकृत रूप में सभी सेवाएं उपलब्ध कराना ही इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य है। साथ ही, दिव्यांगजनों को केंद्र तक लाने-ले जाने के लिए स्पेशल डेडिकेटेड वाहन भी तैनात रहेगा।
उद्घाटन समारोह
इस अवसर पर महापौर सौरभ थपलियाल, विधायक खजानदास, पार्षद सुनीता मंजखोला और मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह मौजूद रहे। मुख्य अतिथि महापौर ने कहा कि यह केंद्र उत्तराखंड में दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। वहीं, विधायक खजानदास ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।
हेल्पलाइन नंबर और सम्मान
कार्यक्रम के दौरान DDRC का हेल्पलाइन नंबर 8077386815 जारी किया गया। इसके साथ ही दिव्यांग अनिल कुमार ढौंडियाल और नीरज बिष्ट को श्रवण यंत्र प्रदान किए गए। आर्ट प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दिव्यांग छात्रों को सम्मानित किया गया।
केंद्र में उपलब्ध प्रमुख सुविधाएं
डीडीआरसी केंद्र में दिव्यांगजनों के लिए निम्नलिखित सेवाएं उपलब्ध होंगी:
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दिव्यांग प्रमाण पत्र और UDID कार्ड
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आधार पंजीकरण और अपडेट सुविधा
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फिजियोथेरेपी और स्पीच थेरेपी
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मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक परामर्श
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कृत्रिम अंग, श्रवण यंत्र और अन्य सहायक उपकरण
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रोजगार प्रशिक्षण एवं कौशल विकास
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स्वरोजगार योजनाओं से जोड़ने की सुविधा
बहु-विषयी टीम की सेवाएं
केंद्र में फिजियोथेरेपिस्ट, स्पीच थेरेपिस्ट, ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट और काउंसलर जैसी विशेषज्ञ टीम कार्यरत रहेगी। यह टीम दिव्यांगजनों को शिक्षा, रोजगार और सामाजिक जीवन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए समग्र पुनर्वास सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री की समावेशी नीति की झलक
यह केंद्र समाज कल्याण विभाग की निगरानी में संचालित होगा और इसका संचालन मुनीशाभा सेवा सदन एवं पुनर्वास संस्थान द्वारा किया जाएगा। इसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की समावेशी और सुलभ सेवा नीति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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