देहरादून, 02 सितंबर 2025 (सू.वि.) – राजधानी देहरादून में पिछले दो दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। मौसम की इस मार से जनजीवन प्रभावित हुआ है। हालात को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने सभी अधिकारियों को 24 घंटे फील्ड में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं।
प्रशासन की कड़ी निगरानी
डीएम के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी (वि.रा.) के.के. मिश्रा हर ब्लॉक और तहसील से मौजूदा स्थिति की रिपोर्ट ले रहे हैं। सभी तहसील एवं विकासखंडों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। वहीं, जिले के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र 1 और 2 सितंबर को बंद रखे गए।
गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर
जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, त्रिवेणी घाट पर गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। हालांकि, यमुना और टोंस नदी फिलहाल खतरे के निशान से नीचे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।
बारिश के आंकड़े
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चकराता – 35 मिमी
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कालसी – 32 मिमी
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मसूरी – 36.5 मिमी
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यू-कास्ट – 40.5 मिमी
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कोटी – 46 मिमी
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जौलीग्रांट – 28.5 मिमी
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मालदेवता – 22.5 मिमी
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मोहकमपुर – 26 मिमी
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रायवाला – 18.5 मिमी
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विकासनगर – 15.5 मिमी
जलभराव से जुड़े 106 में से 104 मामलों का निस्तारण किया जा चुका है।
सड़कें और ग्रामीण मार्ग प्रभावित
भारी बारिश से त्यूनी-चकराता रोटा खड्ड मोटर मार्ग (किमी 44 और 45) बंद हो गया था, जिसे खोलने का काम जारी है। जिले के सभी राज्य और जिला मार्ग फिलहाल सुचारू हैं, लेकिन 30 ग्रामीण मार्ग अब भी अवरुद्ध हैं। इन्हें खोलने के लिए लोनिवि और पीएमजीएसवाई टीमें काम कर रही हैं।
जलभराव से निपटने को क्यूआरटी तैनात
नगर निगम क्षेत्रों में जलभराव से निपटने के लिए नगर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, एसडीएम हरिगिरी और एसडीएम कुमकुम जोशी के नेतृत्व में त्वरित प्रतिक्रिया टीमें (QRT) बनाई गई हैं।
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शहर के प्रमुख चौराहों और संवेदनशील जगहों पर 17 हाई प्रेशर डी-वाटरिंग पंप लगाए गए हैं।
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क्यूआरटी नियमित रूप से जलभराव क्षेत्रों का निरीक्षण कर त्वरित राहत कार्य कर रही है।
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