राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि “ऐसी घटना अत्यंत निंदनीय है, जो भी गलत होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
क्या है पूरा मामला?
13 अगस्त को देहरादून के रेसकोर्स क्षेत्र में बिजली पोल से तार डालने को लेकर विवाद हुआ।
शिकायत के अनुसार –
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प्रार्थिनी (माँ) और उनकी बेटी ने जब पुलिसकर्मियों व पड़ोसियों से कारण पूछा तो अभद्रता शुरू हो गई।
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पीड़ित पक्ष का आरोप है कि उनकी वीडियो बनाने पर पुलिस व अन्य लोगों ने धमकियां दीं और गालियां बकीं।
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शाम को मामला और बढ़ गया, जब करीब 8-10 लोग, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे, प्रार्थिनी के घर पहुंचे और घर में घुसकर माँ-बेटी के साथ मारपीट की।
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आरोप है कि पीड़िता की बेटी को मारपीट कर घायल कर दिया गया और अचेत अवस्था में छोड़ दिया गया।
पुलिस का पक्ष
थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी ने आयोग को बताया कि माँ-बेटी ने मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों से ही अभद्रता और मारपीट की है।
आयोग की सख्ती
महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने –
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दोनों पक्षों को सोमवार को आयोग में तलब किया।
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एसपी सिटी और एसएसपी देहरादून अजय सिंह से बातचीत कर गंभीर कार्रवाई के निर्देश दिए।
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आयोग की एक टीम द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी।
कुसुम कण्डवाल ने कहा कि –
“कानून समाज की सुरक्षा के लिए है। यदि किसी ने कानून का दुरुपयोग किया है या नियमों का उल्लंघन किया है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।”
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