उत्तरकाशी, 5 जून 2025
World Environment Day 2025 के अवसर पर उत्तराखंड के दूरस्थ गांव सौड़-सांकरी में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की गई। ‘पर्यावरण जन जागृति अभियान’ के तहत गांववासियों, छात्रों, शिक्षकों और विभागीय अधिकारियों ने मिलकर tree plantation drive का आयोजन किया। पहले चरण में 3000 पौधे लगाए गए, जबकि कुल लक्ष्य 10,000 पौधों का रखा गया है।
🌿 अभियान के सूत्रधार बने शिक्षिक सुमन रावत
इस संपूर्ण अभियान के मुख्य प्रेरणास्रोत रहे सौड़ गांव के सहायक अध्यापक सुमन रावत, जिन्होंने गांव के बच्चों, युवाओं, शिक्षकों और ग्रामीणों को साथ जोड़कर इस पर्यावरणीय अभियान की शुरुआत की। उनके नेतृत्व और समर्पण से यह छोटी सी पहल एक बड़े जन आंदोलन में तब्दील होती दिख रही है।
🌿 पर्यावरण चेतना का नया अध्याय: ग्रामीणों ने थामा हरियाली का झंडा
GMVN परिसर सांकरी में हुए इस विशेष आयोजन में natural farming experts from Himachal, स्थानीय शिक्षक, छात्र, पर्यावरणविद, और वन विभाग के अधिकारी शामिल हुए। सभी ने मिलकर पौधे लगाए और लोगों को environment awareness के लिए प्रेरित किया।
🌍 अभियान के मुख्य उद्देश्य | Key Objectives of the Plantation Campaign
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ग्रामीण स्तर पर environmental awareness को बढ़ावा देना
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हर नागरिक को पर्यावरण की ज़िम्मेदारी का अहसास कराना
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10,000 पौधों का रोपण (6,000 सांकरी व 4,000 हर्षिल रेंज में)
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जल स्रोतों के संरक्षण और deforestation को रोकने पर संवाद
🌳 वृक्षों की रक्षा अब सरकार नहीं, समाज की जिम्मेदारी: मनोज ध्यानी
वृथा बंधन अभियान के प्रणेता भक्तानुरागी मुकुंद कृष्ण दास जी मनोज ध्यानी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा:
“अब वक्त आ गया है कि हम environment protection को सिर्फ चर्चा का विषय नहीं, जीवन का हिस्सा बनाएं। जंगलों को बचाना सिर्फ सरकार का नहीं, हर नागरिक का कर्तव्य है।”
बच्चों और बुजुर्गों ने मिलकर न केवल पौधे लगाए, बल्कि poster making, slogan writing और environmental skits के ज़रिए संदेश भी दिया।
🌾 जैविक खेती से मिट्टी और संस्कृति की रक्षा संभव
Natural farming experts from Himachal Pradesh ने बताया कि organic farming और वृक्ष संरक्षण मिलकर mountain soil और संस्कृति दोनों को बचा सकते हैं। यह सिर्फ एक दिन का अभियान नहीं, बल्कि a long-term commitment to nature है।
🏞️ गांवों में बनेंगे Environment Clubs
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15 गांवों में बनाए जाएंगे Environmental Clubs
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सांकरी, मोरी और बड़कोट में community plantation
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3000 से अधिक छात्र-छात्राएं को environmental coaching, quiz, लेखन व नुक्कड़ नाटक से जोड़ा जाएगा
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हर घर एक पेड़ – One Tree Per Family Pledge
🌐 सहयोगी संस्थाएं
इस अभियान में वन विभाग, पर्यटन विभाग, शिक्षा विभाग, स्थानीय पंचायतें, हिमाचल के जैविक खेती विशेषज्ञ, विद्यालय शिक्षक-शिक्षिकाएं और वृथा बंधन अभियान के प्रतिनिधि शामिल रहे। अभियान की प्रेरणाशक्ति सुमन रावत जी को ग्रामीणों और बच्चों ने विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया।