ब्यूरो न्यूज़ उत्तराखंड ब्रॉडकास्ट
सोशल मीडिया विज्ञान का एक ऐसा अविष्कार हैं जो कभी भी किसी व्यक्ति को चर्चा में ला सकता हैं मुद्दा बना सकता हैं,कुछ ऐसा ही हुआ हैं उत्तराखंड के जनपद ऊधम सिंह नगर कोतवाली काशीपुर के प्रतापपुर चौकी क्षेत्र में।
यहां के एक 19 वर्षीय युवा आयुष रावत का मुख्यमंत्री धामी को लेकर इंस्टाग्राम पर किया एक वीडियो पोस्ट पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ हैं आइए जानिए पूरा प्रकरण।
आयुष ने बनाया था एक वीडियो
बीते दिनों आयुष रावत द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लेकर एक 9 सेकेंड का मीम बनाकर अपने इंस्टाग्राम पेज ए बॉय फॉर उत्तराखंड से पोस्ट किया,जिसे आयुष के बताएं अनुसार AI की मदद से बनाया गया हैं,लेकिन इस पर पुलिस ने एक बयान में कहा गया हैं ये किसी विशेष एप से बनाया गया हैं तो वहीं आयुष ने कहा ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया में हैं यहां तक की राजनीतिक व्यक्तियों और जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों के सोशल मीडिया में भी।
एक निजी अस्पताल के एमडी ने दर्ज कराया मुकदमा
जब आयुष ने यह वीडियो पोस्ट किया तो काशीपुर शहर के ही एक निजी अस्पताल संजीवनी अस्पताल के एमडी मुकेश चांवला द्वारा काशीपुर कोतवाली में एक प्राथमिक तहरीर दी गई जिसमें लिखा था इस वीडियो के कारण मुख्यमंत्री धामी और निर्वाचित सरकार की छवि धूमिल हो रही हैं,साथ ही मुख्यमंत्री की एक फेक आईडी बनाने का भी आरोप लगाया गया,जिसके बाद पुलिस द्वारा तत्काल आयुष रावत को घर से गिरफ्तार कर लिया गया,और अगले दिन छोड़ा गया आयुष पर चार धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया हैं।
बेरोजगार संघ आया आयुष के साथ
आयुष रावत ने अगले दिन घर पहुंचकर उत्तराखंड बेरोजगार संघ से जुड़ी काशीपुर निवासी कुसुमलता बौड़ाई से संपर्क किया,जिसके बाद कुसुम आयुष के घर उनसे और उनकी मां से मुलाकात करने पहुंची,कुसुम ने आयुष के साथ हुई इस ज्यादती को लेकर बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों से बात करी जिसके बाद अगले दिन कुमाऊं संयोजक भूपेंद्र कोरंगा उपाध्यक्ष राम कंडवाल,भू कानून संघर्ष समिति के लुसुन तोडरिया ने देहरादून पुलिस मुख्यालय पहुंचकर मुलाकात की और मामले का संज्ञान लेने के लिए ज्ञापन दिया।
पुलिस की तत्परता और कार्यवाही पर सवाल
आयुष ने बताया पुलिस ने शाम 7:15 बजे आयुष को उसके घर से सिविल ड्रेस में जाकर प्राइवेट नंबर गाड़ी में गिरफ्तार किया,साथ ही उसके ऊपर हाथो और लातों से बल प्रयोग भी किया,और रात 8 बजकर 50 मिनट में भारत के नए कानून के तहत 4 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया।
आयुष की मां के भी आरोप गंभीर
आयुष की मां ने भी पुलिस पर अपने प्रति अभद्र व्यवहार करने और बेटे से पेशेवर अपराधी की बर्ताव करने और गिरफ्तारी का कारण न बताने जैसे गभीर आरोप लगाएं हैं।
इसके बाद से अब लगातार सोशल मीडिया,मीडिया और न्यूज पोर्टल में पुलिस की तत्परता और कार्यवाही के तरीके को लेकर सवाल उठ रहें हैं,आयुष ने बताया प्रतापपुर चौकी में तैनात पुलिस कर्मचारी नीमा बोरा द्वारा उन्हें पीटा गया साथ ही कुड़ेश्वरी चौकी में भी पुलिस के एक जवान द्वारा उसे लात मारी गई,आयुष ने चौकियों की सीसीटीवी फुटेज को भी सुरक्षित रखने की मांग की हैं।
युवा कर रहें एफआईआर का विरोध ,सीएम धामी के प्रति आक्रोश
सोशल मीडिया में अब युवा वर्ग लगातार इस एफआईआर को लेकर मुख्यमंत्री धामी को ट्रोल कर रहें हैं,युवा कह रहें यह तानाशाही हैं,कोई लिख रहा जो मुख्यमंत्री थोड़ी आलोचना नहीं सह पा रहा तो वह आखिर राज्य की समस्याओं का भार कैसे सह पाएगा,लोगो ने इसे दमन करना बताया है।
सीएम धामी की छवी धूमिल करने के लिए तो नही कराया मामला दर्ज
चर्चा यह भी हैं की क्या इस घटना की जानकारी स्वयं मुख्यमंत्री धामी को भी होगी की उनकी एक वीडियो को लेकर एक 19 वर्ष के युवा आयुष रावत पर एक एफआईआर दर्ज हो गई हैं लोगों का मानना हैं इसका संज्ञान मुख्यमंत्री धामी को लेना चाहिए क्योंकि जिस तरीके से मुकदमें के बाद मुख्यमंत्री के प्रति युवाओं में आक्रोश हैं और भिन्न भिन्न प्रकार की बातें मुख्यमंत्री के लिए लिखी जा रही है तो यह मुख्यमंत्री के खिलाफ एक साजिश भी हो सकती हैं,क्योंकि सीएम ऐसा कृत्य 19 वर्ष के युवा के लिए नहीं करेंगे,चाहे तो वह एक बार सामान्य तरीके से आयुष की काउंसलिंग पुलिस से करा लेते लेकिन धाराएं लगाकर युवा का भविष्य खराब नहीं करते,जिसके बाद यह कयास भी चर्चाओं में हैं की हो सकता हैं मुख्यमंत्री धामी की छवी को धूमिल करने के उद्देश्य से भी यह मुकदमा दर्ज कराया हो सकता हैं।
मामले में नया मोड़,अस्पताल के एमडी की भी हो जांच
आयुष रावत पर मुकदमें के बाद मामला मीडिया में आया,काशीपुर से लेकर हल्द्वानी सहित देहरादून की प्रमुखता से देखी जाने वाली मीडिया और आज तक राष्ट्रीय चैनल भी आयुष के पास पहुंचा,जिसके बाद लोग मामला दर्ज करने वाले संजीवनी अस्पताल के एमडी डॉ मुकेश चांवला की पड़ताल करने लगे,आयुष के समर्थन में आएं बेरोजगार संघ संयोजक कोरंगा और कुसुमलता बौड़ाई का कहना हैं उक्त एमडी पर पूर्व में अस्पताल की ही महिला कर्मचारी द्वारा गंभीर आरोप लगाएं गए जो सभी मीडिया ने प्रमुखता से छापा गया था अस्पताल को लेकर मामला स्वास्थ्य प्राधिकरण तक पहुंचा इसकी भी जांच होनी चाहिए जिसके लिए आगे वह कदम बढ़ाएंगे।
एमडी ने कहा मेरठ से लौटे हैं अब देखेंगे पूरा प्रकरण
जब हमने इस पूरे प्रकरण को लेकर आज संजीवनी अस्पताल के एमडी डॉ मुकेश चांवला से बात की तो उन्होंने कहा की सोशल मीडिया में उन्होंने ये वीडियो को देखा तो उन्हें ठीक नहीं लगा जिसको लेकर उन्होंने काशीपुर कोतवाली में तहरीर दी थी,उसके बाद पुलिस ने क्या किया,मारपीट की,गिरफ्तार किया धाराएं लगाई यह पुलिस का मामला हैं,वह देर रात ही मेरठ से काशीपुर पहुंचें हैं तो वह अब पूरे मामले को देखेंगे।
उनसे जब यह पूछा गया की वह एक अस्पताल के एमडी हैं उम्र में अनुभवी हैं तो 19 वर्ष के युवा पर 4 गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो जाता हैं उस गंभीरता को समझते होंगे उसे वह कैसे देखते हैं,उन्होंने कहां हैं वह आज सब पता करेंगे आयुष का कहना हैं पुलिस ने उसे पीटा हैं सोचकर मुकदमा वापस लेने पर भी विचार किया का सकता हैं।
पुलिस की बात
थप्पड़ मारने वाली महिला पुलिस को जब हमने आयुष से नंबर लेकर कॉल किया तो वह बोलीं आरोप तो कोई भी लगा देगा मेडिकल तो हुआ हैं उसका और वैसे भी बयान बड़े अधिकारी सर लोगो का लीजिए,आयुष ने यह भी कहा जब उसे अगले दिन मेडिकल के लिए ले जाया गया तो न उसकी काउंसलिंग डॉ द्वारा सही तरह से की गई और न ही उसे डॉ द्वारा देखा गया सिर्फ ये पूछा कहीं खून तो नहीं निकल रहा इसके बाद डॉ पर भी सवाल होने लगे हैं।
इस मामले के बाद यह आसानी से कहा जा सकता हैं मुख्यमंत्री धामी हमेशा ही युवाओं के निशाने में किसी न किसी तरीके से आ ही जाते हैं,कुछ ऐसी घटनाएं होते रहती हैं की युवा सोशल मीडिया में उनका जबरदस्त विरोध करने उतर आते हैं।
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