देहरादून: देहरादून के आईएसबीटी क्षेत्र में वर्षों से मानसून के दौरान जलभराव से जूझ रही जनता को इस बार राहत की सांस मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देश और जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में स्मार्ट सिटी ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण से यह समस्या स्थायी रूप से समाप्त हो गई है।
मुख्य विशेषताएं जो बनीं समाधान की नींव:
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15 चैंबरों का निर्माण एवं ढक्कनों की मरम्मत
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रोड ब्लैकटॉपिंग एवं सभी नालियों की सफाई
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सीवरेज और ड्रेनेज पाइप लाइन की गहन सफाई
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विद्युत लाइनों को भूमिगत किया गया
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बड़े ह्यूम पाइप का उपयोग कर जल निकासी की क्षमता बढ़ाई गई
प्रेरणा बनी मुख्यमंत्री की चिंता, नेतृत्व संभाला जिलाधिकारी ने
माननीय मुख्यमंत्री धामी द्वारा बार-बार इस समस्या को गंभीरता से उठाया गया था। जिलाधिकारी सविन बंसल ने इसे टॉप प्रायोरिटी प्रोजेक्ट घोषित करते हुए निर्माण कार्यों में आने वाली सभी अड़चनों को दूर कराया और सभी विभागों के समन्वय से रिकॉर्ड समय में कार्य को धरातल पर उतार दिया।
तकनीकी मंथन और कोर कमेटी की सक्रियता से निकला हल
जलभराव की समस्या के समाधान के लिए तकनीकी विशेषज्ञों और कोर कमेटी के साथ कई स्तरों पर विचार-विमर्श हुआ। स्मार्ट प्लानिंग, बेहतर डिज़ाइन और तीव्र क्रियान्वयन की बदौलत यह प्रोजेक्ट सफल हुआ। उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी को साइट सुपरविजन की ज़िम्मेदारी दी गई थी।
जनमानस ने जताया आभार, अब नहीं होगी मानसून में परेशानी
बरसों से हल्की बारिश में भी जलभराव से परेशान आईएसबीटी क्षेत्रवासियों ने अब राहत की सांस ली है। राहगीरों, यात्रियों और दुकानदारों ने जिला प्रशासन का आभार जताया और इसे “बदलाव की शुरुआत” बताया।
स्मार्ट सिटी बजट में शामिल रखरखाव का प्रावधान
जिलाधिकारी सविन बंसल ने न केवल निर्माण कार्य कराए बल्कि रखरखाव की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई है, ताकि भविष्य में फिर यह समस्या दोहराई न जाए। यह उत्तराखंड की स्मार्ट प्लानिंग और बेहतर प्रशासनिक समर्पण का जीवंत उदाहरण है।
फोटो गैलरी सुझाव (अगर लगानी हो तो):
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कार्य से पहले और बाद की तस्वीरें
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डीएम सविन बंसल का निरीक्षण
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स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रिया
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ड्रेनेज पाइपों की सफाई प्रक्रिया
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