यह सम्मान उन्हें SASCI योजना के तहत कोतवाली बाजपुर क्षेत्र में चल रहे आवासीय भवन के निर्माण कार्य में समयबद्ध और उच्च गुणवत्ता के साथ काम संपन्न कराने के लिए दिया गया।
निर्माण कार्य में दिखाई दक्षता और ईमानदारी
पत्र के अनुसार, श्री जयांक पांडे ने विभागीय हित को ध्यान में रखते हुए मेहनत और व्यक्तिगत रुचि के साथ कार्यों को समय पर संपन्न कराया। उन्होंने न केवल निर्माण कार्य की नियमित समीक्षा की, बल्कि अपने तकनीकी कौशल और अनुभव का उपयोग करके योजना को सफलतापूर्वक पूरा किया।
SSP मणिकांत मिश्रा ने कहा कि जयांक पांडे ने अपनी निष्ठा, लगन और कुशलता से योजना के हर चरण को समयबद्ध तरीके से पूर्ण कराया। उनके मार्गदर्शन में कार्य सुचारू रूप से संपन्न हुआ और विभाग की प्रतिष्ठा बढ़ी।
उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ
SSP ऊधम सिंह नगर ने पत्र में उल्लेख किया कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि जयांक पांडे भविष्य में भी इसी प्रकार अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा और समर्पण से करते रहेंगे। उन्होंने उनकी कार्यकुशलता की प्रशंसा करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की।
क्यों महत्वपूर्ण है यह सम्मान?
इस प्रकार का प्रशस्ति पत्र (Appreciation Letter) न केवल अधिकारी की मेहनत और लगन को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि उत्तराखंड शासन के अंतर्गत निर्माण और विकास कार्य किस स्तर पर हो रहे हैं।
ऐसे उदाहरण से अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी प्रेरित होते हैं और शासन की योजनाओं को गति मिलती है।
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