देहरादून: पहाड़ के शिक्षकों में तबादला एक्ट को लेकर भारी आक्रोश है। वर्षों से पहाड़ों में सेवाएं दे रहे हैं शिक्षकों ने यदि सुगम में आने का अवसर छोड़ दिया तो अगले 5 साल तक उनके तबादले पर विचार नहीं किया जाएगा।
Uttarakhad broadcast news, letest Uttrakhand education news in Hindi, today’s Uttarakhand latest education news
तबादले एक्ट में इस नियम को शामिल करने का पहाड़ों में कार्यरत हजारों शिक्षकों ने विरोध किया उन्होंने इसे शिक्षा विभाग का अन्याय पूर्ण ने करार दिया है
परदेस में इन दिनों शिक्षकों के तबादलों की प्रक्रिया चल रही है एक्ट में दुर्गम क्षेत्र के शिक्षकों को तो राहत प्रदान की गई है लेकिन पहाड़ों में रहने के इच्छुक शिक्षण अधिगम क्षेत्र के स्कूलों में आने का अवसर छोड़ते हैं तो उन शिक्षकों के तबादले अगले पाच साल से को भी पहले हो या फिर उनकी सेवानिवृत्ति तक सुगम क्षेत्र के स्कूलों में तबादले पर विचार नहीं किया जाएगा।
Uttarakhad broadcast news, letest Uttrakhand education news in Hindi, today’s Uttarakhand latest education news
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक वंदना गर्व्याल की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक इस मामले में केवल उन शिक्षकों के तबादलों में विचार किया जाएगा जिन्होंने 55 साल की आयु पूरी कर ली या फिर गंभीर रूप से किसी बीमारी से पीड़ित है इस नियम का पहाड़ में कार्यरत शिक्षकों ने कड़ा विरोध किया है शिक्षक संगठनों का कहना है कि वर्षों से पहाड़ों में सेवा दे रहे शिक्षक यदि किसी कारण इस बार तबादला नहीं चाहते हैं तो उनको 5 साल इंतजार करना होगा यह नियम एक्ट से हटाना होगा।