देहरादून: कल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात के बाद आज टिहरी बांध विस्थापित और जौलीग्रांट क्षेत्र के लोगों ने एक बैठक का आयोजन किया ।
मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री द्वारा केंद्रीय मंत्री को देहरादून हवाई अड्डे के विस्तारीकरण और उसको अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए भूमि की फिजिबिलिटी रिपोर्ट के बारे में जो मांग की गई उससे टिहरी बांध विस्थापितों और जौलीग्रांट क्षेत्र के लोगों कि वह आशंका और प्रबल हो गई है जिसमें हवाई अड्डे विस्तार के लिए उनकी भूमिका अधिग्रहण होने की बात सामने आ रही थी।
अठूरवाला निवासी गजेंद्र रावत के नेतृत्व में हुई इस बैठक में तय किया गया कि सरकार की इस प्रकार की हर गतिविधि पर न सिर्फ नजर रखी जाएगी बल्कि शीघ्र ही एक संघर्ष समिति बनाकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के सामने अपनी बात रखी जाएगी
बैठक में यह भी तय किया गया कि कल से शुरू होने जा रहे उत्तराखंड विधानसभा सत्र में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से विरोध के स्वर विधानसभा के भीतर भी पहुंचाएं जाएंगे यह भी तय किया गया क्षेत्रीय विधायक और क्षेत्रीय सांसद के साथ-साथ मुख्यमंत्री से भी मिलकर इस बारे में विरोध दर्ज किया जाएगा
बैठक में बैठक में सर्व समिति से प्रस्ताव पारित किया गया कि शीघ्र ही क्षेत्र में विशाल हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जाएगा यह बात नहीं रखी गई थी यदि सरकार को हवाई अड्डे का विस्तार करना ही है तो वह जंगल की ओर बढ़े ना कि टिहरी बांध विस्थापित और जॉली ग्रांट क्षेत्र के लोगों की बेशकीमती जमीन पर अधिग्रहण की सोचे। बैठक में बड़ी संख्या में ये लोग उपस्थित रहे
दिनेश सजवान करतार नेगी मंगली राणा सुलोचना पंवार सुशीला चौहान पुष्कर नेगी राजेंद्र कोठारी महावीर सिंह नत्थी सिंह रावत बलदेव सिंह सुरवीर सिंह सोबन सिंह राणा बलबीर बिष्ट रविंद्र नेगी सुमेर नेगी जसवंत नेगी गोविंद रावत कमल सिंह राणा विक्रम रावत नवीन गुप्ता रमेश राणा अनूप नेगी सागर मनवाल विनोद सिंह वीरेंद्र सिंह करतार सिंह अजीत नेगी विजेंद्र रावत सोहन नेगी दिनेश राणा हरीश बिजलवान गबर सिंह नेगी एम एल थपलियाल ने प्रतिभाग किया