FD : फिक्स्ड डिपाॅजिट कराने वाले ध्यान दे।ध्यान नही दिया तो होगा नुकसान
देश के कई बैंक इन दिनों फिक्स्ड डिपाॅजिट (FD) पर 9 फीसदी तक ब्याज ऑफर कर रहे हैं। इसके चलते एफडी कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ऐसे में अगर आप भी एफडी कराने की तैयारी कर रहें हैं तो 4 दिन इंतजार कर लें। दरअसल, आज से भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक पाॅलिसी की समीक्षा शुरू हो गई है। मौद्रिक समिति रेपो रेट का ऐलान गुरुवार को करेगी। खुदरा महंगाई 6 फीसदी से अधिक रहने के कारण पूरी संभावना है कि आरबीआई एक बार फिर रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी करेगा। अगर आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोतरी करेगा तो बैंक कर्ज महंगा करेंगे और जमा पर ब्याज बढ़ाएंगे। यानी बैंक एफडी पर ब्याज दरोें में फिर बढ़ोतरी करेंगे। ऐसे में अगर आप भी एफडी करा लेंगे तो यह मौका चूक जाएंगे। वहीं, मौद्रिक समीक्षा के बाद अगर रेपो रेट में बढ़ोतरी होती है तो आप बढ़े दर पर एफडी करा कर अपने निवेश पर अधिक रिटर्न ले पाएंगे। जानकारों का कहना है कि अभी इंतजार करना ठीक होगा। रेपो रेट में बढ़ोतरी की पूरी संभावना है।
किस तरह पाएं एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज
बैंकिंग क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि एफडी पर ज्यादा ब्याज पाने के लिए बैंकों की ओर से दी जा रही ब्याज दर की तुलना करें। आप अवधि का चयन सही तरीके से कर कर ज्यादा ब्याज पा सकते हैं। सरकारी बैंकों के मुकाबले आपको निजी बैंकों में ज्यादा ब्याज मिल सकता है। इसके साथ ही अगर आप एफडी पर अधिक ब्याज चाहते हैं तो auto-renewal विकल्प से बचें। बैंक आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वाले ग्राहकों को ऑटो-रिन्यूअल का विकल्प देते हैं। यदि कोई ग्राहक ऑटो-रिन्यूअल विकल्प चुनता है, तो बैंक परिपक्वता के समय वर्तमान ब्याज दर के साथ उसी अवधि के लिए सावधि जमा को स्वतः नवीनीकृत कर देता है। इससे आप ज्यादा ब्याज पाने से चूक जाते हैं।
इसलिए एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी
बैंकिंग क्षे़त्र के जानकारों का कहना है कि वित्त वर्ष 24 के लिए पहली मौद्रिक समिति की बैठक में रेपो रेट बढ़ाने पर फैसला होने की उम्मीद है। केयर रेटिंग्स के मुताबिक, आरबीआई अप्रैल में रेपो दर को 25 बीपीएस से बढ़ाकर 6.75 प्रतिशत कर देगा। इसकी वजह यह है कि यूरोपीय सेंट्रल बैंक और यूएस फेडरल रिजर्व ने क्रमशः मार्च में 50 बीपीएस और 25 बीपीएस बढ़ोतरी की है। वहीं भारत में खुदरा महंगाई 6 प्रतिशत की सीमा से ऊपर बनी हुई है। इसको काबू करने के लिए आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोतरी करेगा। इसके बाइ बैंक लोन पर ब्याज बढ़ाएंगे। साथ ही ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए एफडी पर अधिक ब्याज ऑफर करेंगे। इस मौके का फायदा उठाकर आप अधिक रिटर्न ले पाएंगे।
Discussion about this post