आतंकी गतिविधियों का हवाला देते हुए केन्द्र सरकार ने 14 मैसेंजिंग ऐप्स पर बैन लगा दिया है। जानकारी के अनुसार इन ऐप का प्रयोग आतंकवादी जम्मू-कश्मीर से पाकिस्तान में बातचीत के लिए यूज कर रहे थे। इससे पहले सरकार ने चीन के 138 मोबाइल एप्लिकेशन पर भी बैन लगाया था अब खबर है कि इन ऐप्स का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर से पाकिस्तान में कोडेड टेक्स्ट भेजने के लिए आतंकवादियों की तरफ से इस्तेमाल किया जा रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार,बता दे कि केंद्र ने जिन ऐप्स पर बैन लगाया है उनमें क्रीपवाइजर, एनिग्मा, सेफस्विस, विकरमे, मीडियाफायर, ब्रियर, बीचैट, नंदबॉक्स, कॉनियन, आईएमओ, एलिमेंट, सेकेंड लाइन, जांगी और थ्रेमा शामिल हैं। केंद्र सरकार की तरफ से यह ऐक्शन इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर किया गया है।
मीडिया रिपोर्टर के अनुसार जानकारी मिली कि पाकिस्तान में आतंकवादियों की तरफ से जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में ओवरग्राउंड वर्कर्स और अन्य गुर्गों को कोडेड संदेश भेजने के लिए एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया गया था। देश की सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाले मोबाइल एप्लिकेशन पर कार्रवाई कोई नई बात नहीं है।
केंद्र सरकार इससे पहले कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा चुकी है। पिछले कुछ वर्षों में, भारत सरकार ने देश की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रही होने का हवाला देते हुए लगभग 250 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जून 2020 से, सरकार ने 200 से अधिक चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा चुकी है। इन ऐप्स में टिकटॉक, शेयरिट, वीचैट, हेलो, लाइक, यूसी न्यूज, बिगो लाइव, यूसी ब्राउजर, एक्सेंडर, कैंस्कैनर, पबजी मोबाइल और गरेना फ्री फायर जैसे पॉपुलर मोबाइल गेम भी शामिल हैं। इससे पहले चीनी लोन और सट्टेबाजी ऐप्स के खिलाफ लगातार शिकायतों को देखते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भारत में 138 सट्टेबाजी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया शुरू की थी।