अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कांग्रेस की महिला नेत्रियों के बाला उतरवाने के मामले में प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। आपको बता दे कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान के बाद कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। पार्टी का कहना है कि सरकार को चेताने के लिए महिला नेत्रियों के बाद कांग्रेस के बड़े नेता भी अब अपने केश दान कर सीएम धामी को भेजेंगे।
कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस से वार्ता में पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सनातन धर्म की जानकारी नहीं है। वह अपनी पार्टी के काले कारनामों को छुपाने के लिए छोटा मुंह, बड़ी बात कह रहे हैं। कांग्रेस नेत्रियों की ओर से केश दान को वह सनातन धर्म से जोड़कर अपने अज्ञान का परिचय दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब यूपीए सरकार में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने की बात आई थी, तब उन्हीं की पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री रहीं सुषमा स्वराज ने सोनिया के पीएम बनने पर अपने बाल कटवाने की शपथ ली थी। उन्होंने कहा कि महिलाओं का केश दान करना, सनातन संस्कृति का हिस्सा रहा है।
कांग्रेस अगर इस मामले में राजनीति कर रही है, तो भाजपा सरकार विपक्ष के सवालों का जवाब देने से बच क्यों रही है। उन्हाेंने इस मामले में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष के बयान की भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि उन्हें उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए पार्टी लाइन से उतर कर आगे आकर अंकिता के लिए न्याय की मांग करनी चाहिए।
महिला आरक्षण बिल आधी आबादी के साथ धोखा
गोदियाल ने कहा कि मोदी सरकार का महिला आरक्षण बिल पूर्व के जुमलों की तरह एक शिगूफा है। अगर उनकी नीयत साफ है तो इसे तुरंत लागू क्यों नहीं करती। भाजपा ने ऐसा नहीं करके आधी आबादी के साथ धोखा किया है। गोदियाल ने कहा सहकारिता विभाग में भर्ती घोटाले की रिपोर्ट जांच समिति ने सरकार को सौंप दी है। उन्हें पता चला है कि यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री तक पहुंच गई है। उन्होंने रिपोर्ट को तत्काल सार्वजनिक करते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।