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भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए विजिलेंस विभाग ने तहसील डीडीहाट, पिथौरागढ़ में तैनात कानूनगो नारायण सिंह करायत को ₹40,000 रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
कैसे हुआ भ्रष्टाचार का पर्दाफाश?
शिकायतकर्ता ने विजिलेंस के टोल-फ्री नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराई थी कि कानूनगो नारायण सिंह करायत ने उसकी प्रतिबंधित भूमि पर दो मंजिला भवन निर्माण की अनुमति देने के एवज में रिश्वत मांगी थी। इतना ही नहीं, उसने तोक छनपट्टा में निर्माणाधीन मकान के लिए भू-ग्राही अधिनियम की धारा-3/4 के तहत चालान काटने की धमकी भी दी थी।
शिकायत मिलते ही विजिलेंस की हल्द्वानी टीम ने 4 अप्रैल 2025 को डीडीहाट तहसील के आवासीय परिसर में जाल बिछाकर आरोपी कानूनगो को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद टीम ने अभियुक्त के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर उसकी चल-अचल संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है।
विजिलेंस की अपील: भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं!
विजिलेंस विभाग ने जनता से अपील की है कि अगर कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी पद का दुरुपयोग कर रिश्वत मांगता है या आय से अधिक संपत्ति अर्जित करता है, तो इसकी तुरंत सूचना दें। शिकायत दर्ज कराने के लिए नीचे दिए गए नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है:
📞 टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर: 1064
📱 WhatsApp हेल्पलाइन नंबर: 9456592300
भ्रष्टाचार के खिलाफ आपकी जागरूकता ही प्रशासन को पारदर्शी बना सकती है!
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