देहरादून को स्मार्ट शहर की दिशा में अग्रसर करने की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ने जा रही है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के आधुनिक उत्तराखंड के विजन को जमीन पर उतारते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल की अगुवाई में तीन स्मार्ट ऑटोमेटेड पार्किंग का कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है।
कहां बन रही हैं ये तीन स्मार्ट ऑटोमेटेड पार्किंग?
✅ परेड ग्राउंड
✅ तिब्बती मार्केट के सामने
✅ कोरोनेशन अस्पताल परिसर
इन सभी स्थलों पर स्मार्ट पार्किंग सिस्टम (Smart Parking System) की स्थापना से शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में वाहनों की पार्किंग की समस्या का समाधान मिलने वाला है।
ट्रायल कार्य युद्धस्तर पर जारी, जल्द होगा लोकार्पण
इन तीनों पार्किंग स्थलों का ट्रायल (Automated Parking Trial) कार्य तेजी से चल रहा है। डीएम श्री बंसल ने निर्माण कार्यदायी संस्थाओं को सख्त निर्देश दिए हैं कि शेष निर्माण और ट्रायल जल्द पूर्ण करें। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इनका शुभारंभ (Inauguration of Automated Parking) शीघ्र ही किया जाएगा।
क्या है इस ऑटोमेटेड पार्किंग की खासियत?
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कम स्थान में अधिक वाहन क्षमता (Space Efficient Vehicle Parking)
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पूरी तरह ऑटोमेटिक ऑपरेशन (Fully Automated Vehicle Lifting System)
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शिफ्टेबल टेक्नोलॉजी – जरूरत पड़ने पर अन्य स्थल पर स्थानांतरित की जा सकती है
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सुरक्षित और सुविधाजनक वाहन पार्किंग (Safe and Convenient Parking for Public)
स्वास्थ्य व ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की ओर बड़ा कदम
कोरोनेशन अस्पताल परिसर में यह पार्किंग केवल वाहनों के लिए नहीं बल्कि अस्पताल की भौतिक संरचना को स्मार्ट बनाने की दिशा में भी एक प्रभावी पहल है। साथ ही शहर में बढ़ती ट्रैफिक (Urban Traffic Management) की समस्या को देखते हुए यह एक दूरदर्शी कदम है।
डीएम बंसल का अभिनव प्रयास
जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा सुझाया गया यह विचार अब धरातल पर साकार हो रहा है। भविष्य में शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तकनीक पर आधारित ऑटोमेटेड पार्किंग का विस्तार किया जाएगा।
निष्कर्ष
देहरादून अब स्मार्ट सुविधाओं से युक्त आधुनिक शहर की ओर बढ़ रहा है। तीन नई ऑटोमेटेड पार्किंग परियोजनाएं इसका जीता-जागता प्रमाण हैं। इससे न सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी बल्कि लोगों को सुरक्षित, तेज और तकनीकी रूप से उन्नत पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी। मुख्यमंत्री के नेतृत्व और जिलाधिकारी की सक्रियता से यह योजना जल्द ही धरातल पर पूरी तरह उतरने को तैयार है।