देहरादून: जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में शिक्षा माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। अभिभावकों से जबरन महंगी किताबें व स्टेशनरी खरीदवाने, टैक्स चोरी और बिल न देने के मामलों में डीएम के निर्देश पर कड़ी धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अब प्रशासन ने यूनिवर्सल बुक डिपो, नेशनल बुक डिपो और ब्रदर पुस्तक भंडार को सील कर दिया है।
जबरन सामग्री बेचना, टैक्स चोरी और फर्जी प्रकाशन पर कार्रवाई
शहर के कई पुस्तक विक्रेताओं पर स्कूलों से गठजोड़ कर अभिभावकों को महंगे दामों पर किताबें खरीदने के लिए मजबूर करने का आरोप था। जीएसटी चोरी, फर्जी प्रकाशन और कई किताबों के आईएसबीएन नंबरों का ट्रैक न होने के कारण प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिष्ठानों को सील कर दिया।
निजी स्कूल भी जांच के घेरे में
प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद अब निजी स्कूलों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। शिकायतों के आधार पर प्रशासन जल्द ही उन स्कूलों पर कड़ी प्रवर्तन कार्रवाई कर सकता है, जो अभिभावकों पर जबरन किसी खास दुकान से किताबें और यूनिफॉर्म खरीदने का दबाव बनाते हैं।
प्रशासन की चेतावनी: दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा के नाम पर हो रही लूट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी दुकानदारों और उनसे मिलीभगत करने वाले स्कूलों पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, अभिभावकों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक दबाव में न आएं और किसी भी अनियमितता की शिकायत प्रशासन से करें।