अध्यक्ष प्रदीप चौधरी की अध्यक्षता में आज ज़िला सहकारी बैंक हरिद्वार की प्रबंध समिति की बैठक बी टी गंज स्थित बैंक मुख्यालय पर सम्पन्न हुई।
बैठक में नौ फर्जी प्रमाण पत्र वाले कर्मचारियों पर बड़ी कार्यवाही करते हुए उन्हें बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया। बर्खास्त किए जा रहे कर्मचारियों में नवाजिस, असलम,धर्मेन्द्र, ज्ञानेंद्र, लीना शर्मा, आरती, अंकुश, कुलदीप सैनी एवं निर्देश शामिल हैं।
साथ ही इस भर्ती के समय अध्यक्ष रहे सुशील चौधरी से एक सप्ताह में जवाब मांगे जाने का निर्णय लिया गया।
जानिए पुरा मामला:
वर्ष 2016 में ज़िला सहकारी बैंक में वर्ग 04 की 19 नियुक्तियाँ की गई थी।उक्त भर्तियों में रूड़की निवासी सुनीता सिंह द्वारा धांधली की शिकायत सहकारिता मंत्री को की थी।
उक्त की जाँच उच्च स्तर से कराये जाने पर 19 कर्मचारियों में से 09 कर्मचारियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए।
जिसके बाद निबंधक सहकारी समितियाँ उत्तराखंड के द्वारा उक्त कर्मियों पर निर्णय लिए जाने के लिए बैंक प्रबंध समिति को कहां गया।
प्रबंध समिति की बैठक में उपरोक्त वर्ग 04 के 09 कर्मचारियों को बैंक सेवाओं से बर्खास्त कर दिया गया है तथा उक्त जांच में तत्कालीन बैंक अध्यक्ष एवं वर्तमान में बैंक संचालक सुशील चौधरी से प्रबंध समिति द्वारा जवाब मांगा गया, इसका जवाब सुशील चौधरी को अगली प्रबंध समिति की बैठक देना होगा।
बैठक में उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुशील राठी, प्रहलाद सिंह, सुशील कुमार,देवेंद्र कुमार, सुनीता देवी, संतोष देवी, संतोष देवी, छतर सिंह, धर्मेंद्र, कपिल कांता, तहेन्द्र सिंह, मंजू चौधरी, ब्रह्मपाल सिंह, जिला सहायक निबंधक एवं बैंक के पदेन संचालक राजेश चौहान समेत सचिव महाप्रबंधक उपस्थित रहे।