ब्यूरो न्यूज़ उत्तराखंड ब्रॉडकास्ट
हल्द्वानी में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के कार्यक्रम में ज्ञापन देने जाते हुए किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति के संस्थापक अध्यक्ष कार्तिक,उपाध्यक्ष ललित मोहन जोशी,सचिव लक्ष्मण सिंह बोरा और आयुष रावत को हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल के बाहर से गिरफ्तार कर पुलिस द्वारा नजर बंद कर दिया गया।
इस दौरान कार्तिक उपाध्याय ने बताया कि वह निजी अस्पताल में अपने एक मित्र से मुलाकात करने पहुंचे थे क्योंकि प्रशासन को पूर्व में यह बता दिया गया था कि आज किसान मकान बचाओ संघर्ष समिति बीते दिनों किसानों और प्रधानों के अधिकारों का हनन करते हुए जिस तरह अधिकारियों ने मानसिक उत्पीड़न भाबर क्षेत्र के किसानों का किया है उस संदर्भ में मुख्यमंत्री महोदय को 6 लोगों का प्रतिनिधिमंडल एक ज्ञापन सौंपगा, और यदि आंदोलनकारी को मुख्यमंत्री को ज्ञापन नहीं देने दिया जाएगा तो रिंग रोड के नक्शे उनके स्वागत काफिले के रास्ते में बिछा दिए जाएंगे और इस प्रकार प्रतीकात्मक विरोध किया जाएगा।
लेकिन प्रशासन ने उससे पूर्व ही पुलिस का दुरुपयोग करते हुए स्वतंत्रता के अधिकार का हनन किया है।
उपाध्याय ने कहा कश्मीर में सुना जाता था कि नेताओं को नजर बंद कर दिया जाता है परंतु हम किसान पुत्र हैं नेता भी नहीं तो आखिर मुख्यमंत्री महोदय को हम किसान पुत्रों से किस तरह का खतरा और हम किसान पुत्र कौन सा शहर की शांति व्यवस्था को बिगाड़ रहे थे,भविष्य में रिंग रोड के पांच सर्वे होने हैं जिसमें से एक जंगल किनारे होगा,अन्य सर्वे पुनः खेतों और गांव में होंगे जांच का विषय यह भी है कि 2017 से जब सर्वे में करोड़ों खर्च कर दिए गए हैं तो धरातल पर परियोजना का कार्य शुन्य आखिर क्यों?इसकी भी उच्च स्तरीय जांच के लिए ज्ञापन में मुख्यमंत्री महोदय को लिखा गया था साथ ही नैनीताल जनपद के असंवेदनशील अधिकारियों के बारे में भी मुख्यमंत्री महोदय को जो ज्ञापन आज देना था उस पर चर्चा की गई थी,शायद यही कारण है कि मुख्यमंत्री महोदय से किसान पुत्रों को नहीं मिलने दिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया।
सभी चारों आंदोलनकारी को निजी अस्पताल से गिरफ्तार कर मुख्यमंत्री के हल्द्वानी के कार्यक्रम होने तक ट्रांसपोर्ट नगर चौकी में नजर बंद किया गया।
आज हमें नजरबंद किया गया है गांव के प्रत्येक किसान को समझना चाहिए कि किस तरह रिंग रोड परियोजना के मामले में किसानों को अनदेखा किया जा रहा है सरकार आगे उग्र आंदोलन जरूर देखेगी।
लक्ष्मण सिंह बोरा सचिव समिति
यदि आज भाबर किसान पुत्रों को मुख्य सेवक से नहीं मिलने दिया जा रहा तो आखिर इन्हें कैसे अपना मुख्यमंत्री कहें,और हम गांव के खेतों की बात कर रहें ना कि कोई राजनीतिक विरोध ये गिरफ्तारी समझ से परे हैं।
ललित मोहन जोशी उपाध्यक्ष समिति