Health news: मोटापा एक ऐसी शारीरिक परेशानी है, जिसमें शरीर में वसा यानी फैट की मात्रा बढ़ जाती है। मोटापे से ग्रस्त लोगों को मधुमेह, नींद, अश्व्सन और ओस्टियोआर्थराइटिस जैसे रोग लगने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
मोटापा होने का मूल कारण है अत्यधिक भोजन करना और शारीरिक गतिविधियों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी मैं शामिल ना करना।
यह एक मिथ्या है की खाने से मोटापा बढ़ता है, कई भोजन ऐसे भी हैं जिनके सेवन से मोटापे पर नियंत्रण रखा जा सकता है। आजकल इस गतिहीन लाइफस्टाइल ने खाने पर ध्यान देना काफी आवश्यक हो गया है।
वजन कम करने के लिए कुछ ऐसे भोजन का सीन करना चाहिए जिनमे कम से कम वसा मौजूद हो और कोशिश करनी चाहिए कि फाइबरयुक्त और पोषक आहार लें ,जिसमें हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजे फल और अनाज आदि शामिल हैं।
कुछ ऐसे ही पदार्थों की सोची नीचे दी गई है जिनके सेवन से वजन मैं नियंत्रण लाया जा सकता है-
क्या खाएं –
ग्रीन टी
रात को सोने से पहले ग्रीन टी पीना काफी लाभदायक साबित हुआ है।
ग्रीन टी में कैटेशिंस नाम के एंटीऑक्सिडेंट्स मौजूद होते हैं जो फैट को जलाते हैं और मेटाबॉलिज्म को बढाने में मदद करते हैं। ग्रीन टी बॉडी मास इंडेक्स को घटाने और हानिकारक एलडीएल कॉलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करती है।
दालचीनी
भोजन के बाद मीठा खाना मोटापे का बडा कारण होता है। इसके बदले सुबह जागने के बाद या सोने से पहले दालचीनी का सेवन करना लाभदायक रहेगा। ये अनावश्यक कैलोरीज़ को कम करता है। और इसके सेवन से भूख भी कम लगती है।
बींस
बींस को सुपर फूड व हाई फाइबर डाइट माना जाता है जो कॉलेस्ट्रॉल या अनचाहे फैट को कम करता है। क्योंकि बींस में ऐसे तत्व होते हैं जो कॉलेसिस्टॉकिनिन नाम के डाइजेस्टिव हार्मोन को लगभग दो गुना बढाता है। इसके अलावा बींस ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखता है, जिससे लंबे समय तक भूखे रहने पर नुकसान न हो।
आंवला-
आंवले का सेवन शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं. इसके साथ ही, ये वजन घटाने की प्रक्रिया को भी आसान बनाता है.
अंडा
अंडा प्रोटीन का खजाना होता है। सुबह नाश्ते में अंडा खाना सेहत के लिहाज से बहुत अच्छा होता है। अंडा खाने से कम भूख लगती है।
इलायची
हरी इलायची को वजन घटाने के साथ ही पेट की चर्बी कम करने में भी असरदार माना जाता है। इसके सेवन से डाइजेशन बेहतर होता है, साथ ही, इसमें प्रचुर मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेट्री तत्व होते हैं जो शरीर से सूजन कम करने में मदद करते हैं।
सिरका
विनेगर के सेवन से लंबे समय तक भूख नहीं लगती। ब्रेड स्लाइस को सिरके में डुबो कर खाने वालों को भूख कम लगती है। साथ ही सिरके को पानी कई एक चम्मच मिलाकर भी पिया जा सकता है।सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड से पाचन में समय लगाता है, जिससे भूख देर से लगती है।
नींबू
जब हम किसी कैलोरी युक्त भोजन का सेवन करते हैं तब हमारे शरीर मैं कैलोरीज़ जमा हो जाती हैं। यदि हम किसी तरह की शारीरिक गतिविधियां नहीं करते तो ये क्लॉरीज खर्च नहीं हो पाती हैं नींबू में कैलोरीज की मात्रा बेहद कम होती है. ऐसे में इसका सेवन फायदेमंद है, साथ ही ये मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर करता है.
सैलेड –
सलाद को सबसे ज्यादा हेल्दी, लाइट और फाइबर युक्त भोजन माना जाता है। लंच और डिनर में खाने की शुरूआत सैलेड से कीजिए। सैलेड खाने से पहले एक बडी प्लेट लो कैलरी सैलेड खाने के बाद खाना कम खाया जाता है। सैलेड में विटामिन सी और ई के अलावा फॉलिक एसिड, लाइकोपीन और कैरोटेनॉयड्स आदि पोषक तत्व होते हैं जो प्रतिरोधक क्षमता बढाते हैं।
नाशपाती
नाशपाती फाइबर का खजाना होती है। लगभग छह ग्राम की एक नाशपाती आपकी भूख को संतुष्ट करने के लिए पर्याप्त होती है। इसमें पेक्टिन फाइबर होता है जो ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है। असमय भूख लगने पर हाई कैलोरी स्नैक्स लेने के बजाय नाशपाती
ऑलिव ऑयल-
बढ़ती उम्र में फैट कम करना मुश्किल होता है।यदि खाने मैं किसी और साधारण तेल की जगह ऑलिव ऑयल का प्रयोग किया जाए तो वह आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। ऑलिव ऑयमोनोअनसैचुरेटेड फैट्स से बना होता है जो कैलोरी जलाने में सहायक होता है। ऑलिव ऑयल मेटाबॉलिज्म बढाने में मदद करता है।
किन पदार्थों के सेवन से बचें –
शुगर वाले पेय पदार्थों का सेवन बिलकुल ना करें। शुगर फ्री डाइट अपनाने का प्रयास करें।
किसी भी प्रकार के जंक फूड का सेवन ना करें। व डीप फ्राइड चीजों से भी दूर रहें।
नमक का खाने में काम से काम प्रयोग करें।
शराब व किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ के सेवन से बचें। इनसे आपको फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।
केवल स्वस्थ भोजन का विकल्प चुनना ही पर्याप्त नहीं है आपको यह भी देखना होगा कि आप एक दिन में कितनी बार खातें हैं। एक दिन में तीन बार भारी मात्रा में भोजन करने के बजाए नियमित अंतरालों में पांच से छह बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन लेना सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है।