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देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) की केंद्रीय महामंत्री किरन रावत कश्यप के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों के साथ एक दिवसीय सांकेतिक उपवास का आयोजन किया गया। यह उपवास कारगी कूड़ा डंपिंग जोन को हटाने की मांग को लेकर किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए।
किरन रावत कश्यप ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल इस डंपिंग जोन का घोर विरोध करता है और इसे जनहित में तत्काल हटाए जाने की मांग करता है। उन्होंने बताया कि इस कूड़ा संग्रह केंद्र में प्रतिदिन 200 टन से अधिक कचरा एकत्रित हो रहा है, जिससे आसपास के क्षेत्र में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं, जल व वायु प्रदूषण और बदबू जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि बिंदाल नदी में कूड़े का अंबार लग गया है, जिससे नदी का जल प्रदूषित हो रहा है। डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियां तेजी से फैल रही हैं, जिससे देहरादून की जनता त्रस्त है। यह डंपिंग जोन शहर के मध्य भाग में स्थित है, जो नगर नियोजन की गंभीर विफलता को दर्शाता है।
किरन रावत कश्यप ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो उत्तराखंड क्रांति दल जनता के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। उन्होंने आगे कहा कि नदी के किनारे कूड़े का अंबार लगाना पर्यावरण संरक्षण कानूनों का उल्लंघन है और इस प्रकार की लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
स्थानीय लोगों की मांग है कि घर-घर से एकत्र किया गया कचरा सीधे शीशम बाड़ा स्थानांतरित किया जाए, और कारगी जैसे घनी आबादी वाले इलाके में इसे न डंप किया जाए। उक्रांद का नैतिक कर्तव्य है कि वह जनता के संघर्ष में भागीदार बने।
किरन रावत कश्यप ने कहा, “यदि देहरादून में संक्रामक रोग फैला तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। सरकार को चाहिए कि वह देहरादून की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना बंद करे और इस डंपिंग जोन को तत्काल हटाने की दिशा में कदम
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