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देहरादून की पुरकल यूथ डेवलपमेंट सोसाइटी विवादों में, सचिव अनूप सेठ पर मनमानी और अमानवीय व्यवहार के गंभीर आरोप, डीएम तक पहुंची शिकायत
देहरादून। देहरादून की नामी गैर-सरकारी संस्था पुरकल यूथ डेवलपमेंट सोसाइटी एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार समाजसेवा के लिए नहीं, बल्कि विवादों और गंभीर आरोपों के कारण। संस्था के सचिव पद पर ऐसा व्यक्ति नियुक्त किया गया है, जिस पर 100 करोड़ रुपये के लोन घोटाले का गंभीर आरोप है और CBI द्वारा मामला दर्ज किया जा चुका है।
मातृत्व अवकाश के बाद शिक्षिका को नौकरी से निकाला
संस्था से संचालित स्कूल में बीते 10 वर्षों से कार्यरत विज्ञान शिक्षिका कंचन ध्यानी ने 25 जुलाई 2024 को एक पुत्र को जन्म दिया। वे सितंबर 2024 तक मातृत्व अवकाश पर रहीं, जिसे बाद में जनवरी 2025 तक बढ़वा लिया गया। प्रबंधन ने उन्हें अप्रैल 2025 से ज्वाइन करने को कहा, लेकिन जब उन्होंने वापसी की सूचना दी तो उन्हें सिर्फ व्हाट्सएप मैसेज के जरिए काम पर न आने का निर्देश दे दिया गया।
इस अमानवीय कृत्य के लिए स्कूल की प्राचार्य डायना लूजी और सचिव अनूप सेठ को जिम्मेदार बताया जा रहा है।
छात्रा को निष्कासित करने का भी आरोप
संस्था की एक छात्रा आफिया ने आरोप लगाया कि उसे बिना किसी स्पष्ट कारण के स्कूल से निष्कासित कर दिया गया। आफिया ने केवल यह पूछा था कि स्कूल में पहले जैसी व्यवस्थाएं अब क्यों नहीं रही हैं। इसके बाद उसे बाहर कर दिया गया। छात्रा ने भी जिलाधिकारी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
जिलाधिकारी सविन बंसल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम सदर हरि गिरि को जांच कर शीघ्र रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। वहीं एसडीएम ने भरोसा दिलाया है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
लोन घोटाले से जुड़ा है सचिव अनूप सेठ
संस्था के वर्तमान सचिव अनूप सेठ का नाम IL&FS एनर्जी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड से जुड़े 100.03 करोड़ रुपये के लोन फर्जीवाड़े में शामिल है। CBI ने इस घोटाले में कई शहरों में छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।
सीबीआई की एफआईआर के अनुसार, अनूप सेठ समेत अन्य निदेशकों ने आपराधिक साजिश के तहत लोन का दुरुपयोग किया और फंड्स को गलत तरीके से खर्च किया।
क्या कहता है प्रशासन और सचिव?
संपर्क करने पर सचिव अनूप सेठ ने शिक्षिका और छात्रा के निष्कासन को संस्था का आंतरिक मामला बताया। वहीं, लोन घोटाले पर चुप्पी साधते हुए उन्होंने केवल इतना कहा कि उन्होंने जांच एजेंसी को जवाब दे दिया है।
निष्कर्ष :
पुरकल यूथ डेवलपमेंट सोसाइटी, जो असहाय बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए जानी जाती है, अब प्रशासनिक अनियमितताओं, महिला अधिकारों के उल्लंघन और छात्र हितों की अनदेखी जैसे आरोपों से घिरी है। देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है।