- सिस्टम व अधिकारियों की लापरवाही, मेडिकल सीट का इंतजार कर रहे छात्र-छात्राओं पर भारी
- ऐसे कैसे पूरी होगी उत्तराखण्ड में डॉक्टर बनने की चाह पूरी
देहरादून। उत्तराखण्ड में डॉक्टर बनने का सपना देख रहे छात्र-छात्राएं सिस्टम की हीला हवाली में पिस रहे हैं। राज्य के प्राईवेट मेडिकल कॉलेजों में अभी प्रवेश की गुंजाइश बाकी है लेकिन मेडिकल सीटों की काउंसलिंग करवाने वाला सिस्टम सोया पड़ा है। गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस की 13 सीटें व एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज में एमबीबीएस की 2 सीटें अभी भी रिक्त हैं। केन्द्र सरकार की अधिसूचना के बावजूद एमबीबीएस सीटें भरने के लिए काम करने वाला राज्य का सिस्टम सुस्त पड़ा हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखण्ड रिक्त सीटों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए पहले ही अधिकारियों को लताड़ लगा चुके हैं। ऐसे में सिस्टम की सुस्ती व अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा एमबीबीएस सीटों के इंतजार में बैठे छात्र छात्राओं और मेडिकल कॉलेजों को भुगतना पड़ रहा है। जल्द से जल्द रिक्त सीटों पर काउंसलिंग करवाई जानी है।
केन्द्र सरकार डीजीएचएस की मेडिकल कांउसलिंग कमेटी ने एमबीबीएस सीटों सहित अन्य मेडिकल कोर्सेज की रिक्त सीटों को भरने के लिए 8 जनवरी 20123 तक तारीख बढ़ाई है। इसके अनुपालन में राज्यों को जल्द से जल्द रिक्त सीटों को भरने के लिए काउंसलिंग करवानी है।
डॉक्टर बनने का सपना देख रहे छात्र-छात्राएं आशा भरी नजरों से आदेश का इंतजार देख रहे हैं, लेकिन काउंसलिंग प्रक्रिया सुस्त और पस्त है। छात्र-छात्राओं को डॉक्टर बनने के सपने टूटते हुए दिख रहे हैं।
एमबीबीस की रिक्त सीटों के काउंसलंग सम्बन्धित प्रकरण पर गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय (सुभारती मेडिकल कॉलेज) सुप्रीम कोर्ट जा चुका है। श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज़ प्रशासन ने इस सम्बनध में सचिव मेडिकल एजुकेशन को पत्र प्रेषित कर अवगत कराया है।
आपको बता दें कि नीट 2022 में सफल अभ्यर्थियों में से विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में शामिल होने के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाने हैं। काउंसलिंग करवाने वाला सिस्टम कब तक जागेगा, पता नहीं। एमबीबीएस सहित मेडिकल के अन्य कोर्सेज की रिक्त सीटों को भरने में हो रही देरी के लिए स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत पहले ही अपनी नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने हीला हवाली व ढिलाई करने वाले अधिकारियों को फटकार भी लगाई है।
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