शहर की सुरक्षा पर प्रशासन की पैनी नजर, दो महीने में बड़ा बदलाव
देहरादून, 13 मार्च 2025 (सू.वि.) – मुख्यमंत्री के जनसुरक्षा संकल्प को प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी एवं सीईओ स्मार्ट सिटी लि. सविन बसंल ने स्मार्ट सिटी का चार्ज संभालते ही सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। शहर में पहले से लगे लेकिन निष्क्रिय पड़े सर्विलांस कैमरों की गहन समीक्षा के बाद मात्र ढाई महीने में 310 कैमरों को दोबारा क्रियाशील कर दिया गया है।
प्रमुख चौराहों और सड़कों पर सर्विलांस से बढ़ी सुरक्षा
राजपुर रोड सहित शहर के प्रमुख स्थानों—मसूरी डायवर्जन और साई मंदिर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में 60 कैमरे पहले ही सक्रिय कर दिए गए थे। इसका प्रभाव हाल ही में हुई एक हिट एंड रन दुर्घटना में देखने को मिला, जहां पुलिस को आरोपी वाहन का पता लगाने में मदद मिली।
डीएम का सख्त रुख: कंपनियों पर पेनल्टी, ब्लैकलिस्टिंग की चेतावनी
स्मार्ट सिटी के तहत लगे कुल 950 कैमरों में से 375 कैमरे खराब स्थिति में थे। डीएम ने चार्ज संभालते ही कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए। एचपी कंपनी पर लगातार पेनल्टी लगाई गई और कार्य में लापरवाही बरतने पर ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी दी गई। इसके अलावा, बीएसएनएल पर भी सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
स्मार्ट कंट्रोल रूम से जुड़ रहे हैं पुलिस कैमरे
जनसुरक्षा की दिशा में पहली बार पुलिस के 150 कैमरों को स्मार्ट कंट्रोल रूम के साथ इंटीग्रेट किया गया है। साथ ही, पल्टन बाजार में 22 नए कैमरे लगाए गए हैं, जिससे वहां अराजक तत्वों पर नजर रखना आसान हो गया है।
15 अप्रैल तक सभी कैमरों को क्रियाशील करने का लक्ष्य
शेष बचे निष्क्रिय कैमरों को 15 अप्रैल तक चालू करने का निर्देश दिया गया है। यदि निर्धारित समयसीमा में यह कार्य पूरा नहीं होता है, तो संबंधित कंपनियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
शहर की तीसरी आंख से अपराधियों पर नकेल
डीएम की कड़ी निगरानी और सख्त फैसलों का असर अब दिखने लगा है। पहले जहां कई मामलों में सबूत न मिलने से अपराधी बच निकलते थे, वहीं अब कैमरे क्रियाशील होने से मामलों का खुलासा तेजी से हो रहा है। आने वाले समय में यह पहल शहर की सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाएगी।