(Captain Yogendra Singh Yadav visits Shri Darbar Sahib, receives blessings from Mahant Devendra Das Ji Maharaj)
देश के सबसे युवा परमवीर विजेता ने ली आशीर्वाद और साझा किए कारगिल युद्ध के अनुभव
(Youngest Param Vir Chakra awardee shares insights from Kargil War)
देहरादून, 10 जून 2025 — भारत के सबसे युवा परमवीर चक्र विजेता कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव (Captain Yogendra Singh Yadav PVC) ने मंगलवार को श्री दरबार साहिब (Shri Darbar Sahib) पहुंचकर माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर उन्होंने श्री दरबार साहिब के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज (Mahant Devendra Das Ji Maharaj) से शिष्टाचार भेंट भी की।
कारगिल हीरो का गर्मजोशी से स्वागत
(Kargil hero honored with traditional welcome)
श्री दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार, कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव का सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। भेंटवार्ता के दौरान उन्होंने अपने सैन्य जीवन के प्रेरणादायक अनुभव (Military Life Experiences) साझा किए। उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध (Kargil War) के दौरान उनके शरीर में 17 गोलियां लगी थीं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उनका कहना था, “देशप्रेम ही वह शक्ति है जो हर सैनिक को अडिग बनाती है।”
देश के युवाओं को प्रेरणा देने वाला संदेश
(A motivational message to the youth of India)
योगेन्द्र सिंह यादव ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि “देश की सेवा ही सर्वोच्च धर्म है”। उन्होंने कहा कि सैनिकों का बलिदान ही हमारी सीमाओं की रक्षा करता है। उन्होंने यह भी जोड़ते हुए कहा कि आज के युवाओं को भारतीय सेना जैसे संस्थानों से जुड़ना चाहिए और देशसेवा को अपना उद्देश्य बनाना चाहिए।
एसजीआरआर मिशन की सराहना
(Praise for SGRR Education Mission and Institutions)
कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव ने एसजीआरआर एजुकेशन मिशन (SGRR Education Mission), श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (SGRR University) और श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल (Shri Mahant Indiresh Hospital) द्वारा किए जा रहे जनहित कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे संस्थान समाज की असली रीढ़ होते हैं।