नौ नवम्बर को उत्तराखंड स्थापना दिवस के अवसर मे यूकेडी के सभी कार्यकर्ता अपने अपने जिला एवं नगर मुख्यालय में रैली या जुलूस की शक्ल में सभी सदस्यों के साथ जाकर जिलाधिकारी/उप जिलाधिकारी/नगर मजिस्ट्रेट/तहसीलदार कार्यालय में जमा होकर नारेबाजी करेंगे।
इसके साथ ही उत्तराखंड के वर्तमान जंगल रज सरीखे घटनाक्रम (अंकिता जघन्य हत्याकांड, UKSSSC, पूर्व एवं वर्तमान विधानसभा अध्यक्षों द्वारा अपने पद के दुरुपयोग करने संबंधित कृत्य ) की सीबीआई जांच करने हेतु ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति के नाम प्रेषित करेंगे।
यूकेडी के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने पार्टी के सभी केंद्रीय व जिला स्तरीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने मे नाकाम साबित हुई है। सरकार के खिलाफ चौतरफा आक्रोश है। सेमवाल ने कहा कि यह सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम से लेकर गोल्डन कार्ड तक का मसला हल करने मे नाकाम साबित हुई है । यह सरकार कर्मचारी विरोधी है।
भर्ती घोटालों के जिम्मेदारों के खिलाफ भी सरकार बचा रही है। यही कारण है कि सभी आरोपी लोअर कोर्ट से ही जमानत पा जा रहे हैं। सरकार बेरोजगार विरोधी है।
अंकिता, ममता बहुगुणा और केदार भंडारी हत्याकांड को लेकर भी सेमवाल ने सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते सरकार को महिला विरोधी करार दिया।
इन सभी अराजकता के खिलाफ नौ नवम्बर को सभी जगह यूकेडी कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करेंगे और ज्ञापन देंगे।