घटना का पूरा क्रम — किस तरह बनी साजिश
पुलिस रेकॉर्ड के मुताबिक खालिद लंबे समय से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था और बार-बार मामूली अंकों से चूकने के कारण निराश था। इसी निराशा में उसने नकल की साजिश रची। खालिद ने बताया कि उसने टिहरी में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन से संपर्क किया, जिन्हें प्रश्नपत्र हल करने में दक्षता का भरोसा था। खालिद ने अपनी बहन साबिया को भी योजना में शामिल किया और परीक्षा से पहले अपना मोबाइल उसे सौंप दिया — ताकि परीक्षा कक्ष से तस्वीर भेजी जाए और जवाब वापस हासिल किए जा सकें।
मोबाइल सेंटर में कैसे रखा गया था?
जांच में सामने आया कि खालिद ने परीक्षा केंद्र (आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादुरपुर जट, हरिद्वार) का पहले से रेकिंग की थी और विद्यालय की निर्माणाधीन नई इमारत में मोबाइल छिपाने का तरीका निकाला। परीक्षा के दिन चेकिंग के बाद वह उसी जगह से फोन निकालकर जेब में रखकर परीक्षा कक्ष में गया। परीक्षा शुरू होते ही उसने प्रश्नपत्र के तीन पन्नों की फोटो खींची और बाथरूम जाने का बहाना बनाकर उसे बहन को भेज दिया।
योजना धरी की धरी रह गई — क्यों नहीं बने सफल?
साबिया ने तस्वीरें सुमन को भेजकर हल मांगे और सुमन ने उत्तर भेजे भी। पर कक्ष निरीक्षक ने खालिद को बार-बार बाथरूम जाने की अनुमति नहीं दी, जिससे वह मोबाइल से जवाब जांच नहीं पाया और अपनी समझ के आधार पर ओएमआर शीट भर दी। बाद में सोशल मीडिया पर उसी प्रश्नपत्र की तस्वीरें वायरल हो गईं, जिसे देखकर खालिद घबरा गया और वह मोबाइल व बहन के साथ भागने लगा — भागते समय उसने सिम तोड़ दिए, मोबाइल रीसेट किया और एक फोन ट्रेन के डस्टबिन में फेंक दिया।
गिरफ्तारी और फॉरेंसिक जांच
खालिद कुछ समय बाद देहरादून लौटते हुए पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने दबोच लिया। उसके कब्जे से वह वही मोबाइल बरामद हुआ जिससे प्रश्नपत्र की तस्वीरें भेजी गई थीं। मोबाइल को फॉरेंसिक टेस्ट के लिए भेजा गया है। जांच में खालिद की बहन साबिया को भी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अभी तक किसी संगठित गिरोह की संलिप्तता का सबूत नहीं मिला है और पुलिस यह भी संकेत दे रही है कि खालिद को अंतिम उत्तर देखने में सफलता नहीं मिली।
आरोपित की पृष्ठभूमि
पुलिस के अनुसार खालिद की उम्र 35 वर्ष है। उसने 2013 में राजस्थान की निजी यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया और बाद में हापुड़ से स्नातक की डिग्री ली। वह हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र का रहने वाला बताया गया है।
पुलिस की अपील और आगे की कार्रवाई
जांच अधिकारीँ ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर किसी के पास इस मामले से संबंधित कोई साक्ष्य, वीडियो या जानकारी है तो पुलिस को तुरंत उपलब्ध कराएं। पुलिस ने कहा है कि आगे की विवेचना में हर तथ्य और साक्ष्य को गंभीरता से लिया जाएगा और संबंधित लोगों से गवाही ली जाएगी।
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